दुनिया की सबसे खूंखार जनजाति, जहां जवान होते ही काट देते हैं महिलाओं के होंठ
अगर आप सोचते हैं कि फैशन सिर्फ शहरों की बात है, तो आप गलत हैं। दुनिया के कोने-कोने में ऐसे कई जनजातियां मौजूद हैं जिनके लिए फैशन के मानक बेहद अनोखे हैं। बता दें, इथियोपिया का मुर्सी जनजाति (Ethiopian Tribes) ऐसा ही एक उदाहरण है। शहरों की चकाचौंध से दूर रहने वाली यह जनजाति (Mursi Tribe) अपने अनोखे फैशन के लिए दुनिया भर में जानी जाती है। आइए इस आर्टिकल में आपको इससे जुड़ी कुछ बेहद रोचक बातों (Cultural Practices) से रूबरू कराते हैं।
खूबसूरती का प्रतीक हैं लटके होंठ
मुर्सी जनजाति में महिलाएं अपने होंठों को लटकाकर अपनी खूबसूरती को बढ़ाती हैं। हां, आपने सही सुना! जहां शहरों में लड़कियां लिपस्टिक लगाकर अपने होंठों को आकर्षक बनाती हैं, वहीं मुर्सी जनजाति में लड़कियां अपने होंठों को लटकाकर अपनी सुंदरता को परिभाषित करती हैं। इस जनजाति में माना जाता है कि जितने ज्यादा होंठ लटके होंगे, महिला उतनी ही खूबसूरत होगी।
दर्द सहन करने से नहीं डरते
यह फैशन इतना आसान नहीं है जितना देखने में लगता है। दरअसल, होंठों को लटकाने की प्रक्रिया बेहद दर्दनाक होती है। लड़कियों के निचले होंठ में एक छेद किया जाता है और उसमें धीरे-धीरे एक डिस्क डाली जाती है। समय के साथ इस डिस्क का आकार बढ़ाया जाता है जिससे होंठ लटकने लगते हैं। इस दर्दनाक प्रक्रिया के बावजूद, मुर्सी जनजाति की महिलाएं अपनी परंपराओं को बचाने के लिए इस दर्द को सहन करने के लिए तैयार रहती हैं।
शादी के लिए होता है हिंसक खेल
मुर्सी जनजाति को अक्सर काफी खूंखार माना जाता है। इथियोपिया के दक्षिणी भाग में रहने वाली इस जनजाति की आबादी लगभग दस हजार है। अपनी अनूठी परंपराओं के लिए जानी जाने वाली यह जनजाति अपनी रीति-रिवाजों से बेहद जुड़ी हुई है और इनमें किसी भी तरह का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करती।
मुर्सी जनजाति के लोग कई अनोखे रीति-रिवाजों का पालन करते हैं। शादी के लिए भी इस जनजाति में एक अनोखा रिवाज है। यहां शादी के लिए दो पुरुषों के बीच डंडे से लड़ाई होती है। इस लड़ाई में जो जीत जाता है, उसे एक सुंदर पत्नी मिलती है।
यह जनजाति अपनी परंपराओं के प्रति बेहद समर्पित है और आधुनिक दुनिया के प्रभाव से दूर रहना पसंद करती है। हालांकि, उनकी कई परंपराएं बाहरी दुनिया के लोगों को अजीब लग सकती हैं, लेकिन उनके लिए ये परंपराएं उनकी संस्कृति और पहचान का एक अभिन्न हिस्सा हैं।
क्या है इस प्रथा का इतिहास?
इस प्रथा के पीछे का इतिहास काफी दिलचस्प है। पुराने समय में, मुर्सी जनजाति के लोगों को अक्सर गुलाम बनाकर ले जाया जाता था। पुरुषों को मजदूरी के लिए और महिलाओं को यौन गुलाम के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। अपनी रक्षा के लिए महिलाएं खुद को बदसूरत बनाने लगीं। उन्होंने अपने होंठों में डिस्क लगाकर और दांत तोड़कर अपनी खूबसूरती को छुपाया। इस तरह, वे लोगों की बुरी नजरों से बचने में कामयाब रहीं। समय के साथ, यह प्रथा मुर्सी जनजाति की पहचान का एक अहम हिस्सा बन गई। विवाह के बाद, महिलाएं अपने गले में पट्टा भी बांधती हैं जो उनकी शादीशुदा स्थिति को दर्शाता है।
मुर्सी महिला से शादी के लिए देना पड़ता है दहेज
मुर्सी जनजाति, इथियोपिया के ओमो घाटी में निवास करती है और अपनी अद्वितीय संस्कृति और रीति-रिवाजों के लिए जानी जाती है। यह जनजाति लगभग 2000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में रहती है और अपनी सीमाओं की कड़ाई से रक्षा करती है। बाहरी लोगों का इस क्षेत्र में प्रवेश वर्जित है और जो कोई भी अपनी सीमाएं लांघने की कोशिश करता है, उसे मुर्सी योद्धाओं का सामना करना पड़ सकता है।
मुर्सी जनजाति को इस क्षेत्र की सबसे धनी जनजातियों में से एक माना जाता है। उनके समाज में गायों को धन का प्रतीक माना जाता है। जितनी अधिक गायें किसी व्यक्ति के पास होती हैं, उतना ही समृद्ध वह माना जाता है। मुर्सी जनजाति के सभी सामाजिक अनुष्ठानों में गायों का महत्वपूर्ण स्थान होता है।
विवाह एक ऐसा ही अनुष्ठान है जिसमें गायों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। दूल्हे को दुल्हन के परिवार को दहेज के रूप में गायें और कलाश्निकोव राइफल देनी होती है। यह परंपरा ओमो घाटी की सभी जनजातियों में प्रचलित है। इसी कारण से मुर्सी समाज में लड़कियों को परिवार की संपत्ति बढ़ाने वाला माना जाता है।