बिहार: JDU अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ की हुई महत्वपूर्ण बैठक

बिहार जनता दल यूनाइटेड (JDU) अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ की ओर से आज एक महत्वपूर्ण बैठक की गई। जदयू के वरिष्ठ नेता एवं ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी (Ashok Chowdhary) के यहां के सरकारी आवास पर रविवार को बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में आगामी संविधान दिवस के अवसर पर 26 नवंबर को पटना के बापू सभागार में होने वाली ‘‘भीम संसद” को लेकर विशेष विचार-विमर्श किया गया।

बैठक में चर्चा के दौरान यह संकल्प लिया गया कि आरक्षण और संविधान विरोधी ताकतों के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए बिहार पूरी तरह से तैयार है। सभी कार्यकर्ता और नेतागण जोश से भरे हुए हैं। आगामी 26 नवंबर को बिहार पुन: इतिहास लिखने और देश को एक सशक्त संदेश देने के लिए तत्पर है। इस अवसर पर उपस्थित सभी वरिष्ठ नेताओं ने भीम संसद कार्यक्रम के एक वर्ष पूरा होने पर पुन: इस वर्ष पूरे उत्साह के साथ संविधान दिवस पर 26 नवंबर को बापू सभागार में भव्य कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारियों पर चर्चा की। यह कार्यक्रम पिछले 18-19 वर्षों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में दलितों, महादलितों, पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए किए गए कार्यों की उपलब्धियों का उत्सव होगा।

बैठक में यह भी तय किया गया कि पिछले वर्षों में दलित और पिछड़े समाज के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए किए गए कार्यों की सराहना करते हुए इस कार्यक्रम के माध्यम से एक मजबूत संदेश दिया जाएगा। बैठक में पूर्व विधायक अरुण मांझी, जदयू अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश त्यागी, बिहार महादलित आयोग के पूर्व सदस्य राम नरेश राम, पटना महानगर अध्यक्ष रवि कुमार, शिक्षा सेवक संघ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार समेत वरिष्ठ नेता मौजूद थे। 

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