हरियाणा: पंचायत, राजस्व और 28 कृषि अफसरों को नोटिस, पराली जलाने क मामलों को लेकर प्रशासन सख्त!

फसल अवशेष (पराली) में आगजनी को लेकर प्रशासन सख्त हो गया है। अंबाला जिले में कई क्षेत्रों में आगजनी पर नियंत्रण न पाने पर उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने पंचायत, राजस्व और कृषि विभाग के 28 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। इन अधिकारियों में नौ सुपरवाइजर, आठ पटवारी, आठ ग्राम सचिव और तीन खंड कृषि अधिकारी शामिल हैं। इन अधिकारियों से दो दिन में जवाब मांगा गया है। वहीं, विभाग अनुसार जिन फील्ड अधिकारियों के क्षेत्रों में दो से अधिक आगजनी के मामले सामने आ रहे हैं, उनको नोटिस थमाए जा रहे हैं। बुधवार की बात करें तो जिले में आगजनी का एक भी मामला सामने नहीं आया। प्रदेश में 16 अक्तूबर शाम तक 573 मामले आ चुके हैं।

इन अधिकारियों को थमाए नोटिस
पटवारी रायवाली शहजादपुर दर्शन कुमार, ग्राम सचिव राजेंद्र कुमार, सुपरवाइजर रमेश, सिंद्रपाल पटवारी अलावलपुर, ग्राम सचिव मनजीत, सुषमा देवी ग्राम सचिव घनौली नारायणगढ़, बदौली ग्राम सचिव मोहन लाल, बदौली पटवारी सुरेंद्र शर्मा, सुपरवाइजर संदीप, पंजलासा पटवारी रघुवीर, खंड कृषि अधिकारी अंबाला खंड टू, बरोली, पंजलासा नारायणगढ़ ग्राम सचिव पवन कुमार, खंड कृषि अधिकारी नारायणगढ़, नारायणगढ़ सुपरवाइजर विशाल, सुपरवाइजर रितु, बराड़ा सुपरवाइजर अमन, खंड कृषि अधिकारी बराड़ा, राजोखेड़ी पटवारी गुरमीत सिंह, ग्राम सचिव यशपाल, सुपरवाइजर बराड़ा गौरव, चुडियाला पटवारी सतवंत सिंह, ग्राम सचिव गगनदीप, सुपरवाइजर साहा हरिंद्र, जनसुई पटवारी मनप्रीत सिंह, ग्राम सचिव ईशम सिंह, अंबाला खंड वन सुपरवाइजर मुकेश, मच्छौंडी पटवारी जगदीश, अंबाला खंड टू सुपरवाइजर दीपक शामिल हैं।

यह कहा गया है नोटिस में
नोटिस में कहा है कि आग जलाने के मामलों की उपमंडल, खंडवार और गांव वार समीक्षा उपरांत यह पाया गया है कि उनके अधीन क्षेत्र में फसल अवशेष जलाने के मामले अधिक पाए गए हैं। जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग की ओर से आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाए जाने उपरांत भी वह फसल अवशेष जलाने के मामलों पर नियंत्रण नहीं कर पाए हैं। राष्ट्रीय हरित अधिकरण एवं सरकार की ओर से इसे गंभीरता से लिया जा रहा है, क्योंकि प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। आगामी दिनों में यदि उनके अधिकार क्षेत्र में फसल अवशेष जलाने का मामला चिह्ति होता है तो नियमानुसार सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसके अतिरिक्त फसल अवशेष जलाने के मामलों पर नियंत्रण नहीं कर पाने बारे दो दिन के अंदर अंदर अपनी स्थिति स्पष्ट करें।

जिला पराली जाने के मामले

अंबाला            66
फरीदाबाद 25
फतेहाबाद 32
हिसार            16
झज्जर            01
जींद             47
कैथल            97
करनाल 55
कुरुक्षेत्र 86
पलवल 26
पंचकूला 14
पानीपत 25
रोहतक 06
सिरसा            14
सोनीपत 40
यमुनानगर 23

नोट: 16 अक्तूबर शाम पांच बजे तक के मामले शामिल हैं।

अधिकारी के अनुसार

फसल अवशेष में आगजनी की घटना पर नियंत्रण न पाने के कारण उपायुक्त की ओर से पंचायत, राजस्व व कृषि विभाग अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। इन अधिकारियों से दो दिन में नोटिस का जबाव मांगा गया है। बुधवार को जिले में एक भी केस नहीं आया। विभाग की ओर से लगातार किसानों को जागरूक किया जा रहा है। जिन फील्ड अधिकारियों के क्षेत्रों में दो से अधिक आगजनी के केस आ रहे हैं, उनको नोटिस दिए जा रहे हैं। -डॉ. जसविंद्र सैनी, उप निदेशक, कृषि विभाग।

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