सीएम नीतीश ने कटिहार में विभिन्न योजनाओं का किया उद्घाटन एवं शिलान्यास

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कटिहार जिला अंतर्गत बरारी प्रखंड के लक्ष्मीपुर पंचायत स्थित भगवती मंदिर इंटर महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने 405.53 करोड़ रुपए की लागत से विभिन्न विभागों के 183 विकासात्मक योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट का अनावरण कर किया। इनमें 107.87 करोड़ रुपये की लागत से 52 योजनाओं का उद्घाटन एवं 297.66 करोड़ रुपये की लागत से 131 योजनाओं का शिलान्यास कार्य शामिल है।

मुख्यमंत्री ने गंगा/कोसी नदी के कटाव से विस्थापित एवं गरीब भूमिहीन परिवारों को दिए जाने वाले आवासीय भूमि का बंदोबस्ती पर्चा की सूची का डिजिटल माध्यम से एवं भौतिक रूप से पुस्तिका का विमोचन किया। कटिहार जिला के बरारी अंचल अंतर्गत 5279 तथा कुर्सेला अंचल के 353 विस्थापित एवं भूमिहीन गरीब परिवारों को आवासीय भूमि का बंदोबस्ती पर्चा का लाभ दिया गया। आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रूप से गंगा/कोसी के कटाव से विस्थापित एवं भूमिहीन गरीब परिवारों के 10 लाभुकों को आवासीय भूमि का बंदोबस्ती पर्चा प्रदान किया। राज्य संपोषित मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास सहायता योजना के तहत आवास निर्माण हेतु वित्तीय सहायता, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, कृषि यांत्रिकरण योजना, जैविक कॉरिडोर योजना, मुख्यमंत्री अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना, मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, कुशल युवा, कार्यक्रम के लाभुकों को मुख्यमंत्री ने सांकेतिक चेक एवं स्वीकृति पत्र प्रदान किया। जीविका द्वारा संपोषित 996 स्वयं सहायता समूहों को 10.60 करोड़ रुपये का सांकेतिक चेक, विभिन्न बैंकों द्वारा 17,702 स्वयं सहायता समूहों को 143.92 करोड़ रुपये की राशि का सांकेतिक चेक एवं सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत 889 परिवारों को स्वरोजगार हेतु 3.87 करोड़ रुपये की राशि का सांकेतिक चेक मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों को प्रदान किया। इसके पूर्व बीएम इंटर कॉलेज प्रांगण में जीविका, उद्योग विभाग, शिक्षा विभाग, श्रम संसाधन विभाग, जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र, कृषि विभाग एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रदर्शित स्टॉल का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया।

.900 परिवारों को अपना रोजगार शुरू करने के लिए दी जा रही राशि’
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज इस कार्यक्रम में शामिल होकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। आप सभी इतनी बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं। आज इस कार्यक्रम के माध्यम से कटिहार जिले के 5 हजार से भी ज्यादा कटाव पीड़ित विस्थापित एवं भूमिहीन गरीब परिवारों को आवासीय भूमि का बंदोबस्ती का पर्चा दिया जा रहा है। इसके अलावा विभिन्न विभागों की योजनाओं के लाभ का वितरण लाभुकों के बीच किया जा रहा है। विभिन्न बैंकों द्वारा 150 करोड़ रुपये की राशि का वितरण स्वयं सहायता समूहों के बीच आज किया गया है। सतत् जीविकोपार्जन योजना के तहत 900 परिवारों को अपना रोजगार शुरू करने के लिए करीब 4 करोड़ रुपये की राशि आज दी जा रही है। यह देखकर मुझे काफी प्रसन्नता हो रही है।

‘इससे लोगों को मिलेगा फायदा’
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज 400 करोड़ रुपये से अधिक कुल 183 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया है। इससे लोगों को काफी फायदा मिलेगा। हम अनेक बार कटिहार जिले में जगह-जगह जाकर लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनते हैं और उसका तत्काल निदान करने की दिशा में काम करने हेतु अधिकारियों को निर्देश देते हैं। 6 दिसंबर 2022 को मनिहारी अनुमंडल के देवड़ा घाट को गंगा नदी के कटाव से हुए नुकसान को हम देखने आए थे। 5 जनवरी 2023 को समाधान यात्रा के क्रम में मैं यहां आकर लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं से अवगत हुआ था। उस समय तक कोसी और गंगा नदी के कटाव से विस्थापित हुए परिवारों को आवासीय भूमि उपलब्ध कराने हेतु जमीन चिन्हित नहीं की गई थी लेकिन आज इस कार्यक्रम के माध्यम से विस्थापित एवं भूमिहीन गरीब परिवारों को आवासीय भूमि का बंदोबस्ती का पर्चा प्रदान कर मुझे बेहद सुखद अनुभूति हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष के अगस्त महीने में भी आई बाढ़ से भी काफी लोग प्रभावित हुए, इन्हें सरकार की तरफ से हरसंभव मदद पहुंचाई गई। बाढ़ प्रभावित इलाकों में सामुदायिक किचन, पशुओं के लिए चारा आदि का प्रबंध किया गया।

राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का’
नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 2005 से जब हमें काम करने का मौका मिला तब से हमलोग आपदा प्रभावित इलाकों में लोगों को मदद पहुंचाने का काम कर रहे हैं। आपदा से जो भी नुकसान होता है उसका आकलन कराकर हर प्रकार की सहायता लोगों को दी जाती है। प्रारंभ से ही हम यह कहते रहे हैं कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। हमलोगों ने इस वर्ष हुए बाढ़ से नुकसान को देखते हुए साढ़े सात लाख से भी अधिक प्रभावित परिवारों को प्रति परिवार 7 हजार रुपये की आर्थिक मदद से सीधे उनके बैंक खाता में भेजा है। अन्य प्रकार से भी प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाई जा रही है। हमने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बाढ़ से हुई फसल क्षति का जल्द से जल्द आकलन कर दीपावली के पहले फसल क्षति का मुआवजा किसानों को उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि यहां की जरूरतों और लोगों की मांग को ध्यान में रखते हुए बरारी, कुर्सेला और समेली में नए प्रखंड सह अंचल कार्यालय स्थापित करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। यहां के लोगों ने बताया है कि बरारी प्रखंड के देवड़ा घाट के नजदीक पुल की आवश्यकता है। इसके लिए भी हमने अधिकारियों को निर्देश दे दिया है। आज आपके बीच आकर मुझे बहुत खुशी हुई है। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों द्वारा बिहार के हर क्षेत्र का विकास किया जा रहा है। लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उन्हें बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।

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