बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में चौथी गिरफ्तारी, आरोपियों को मुहैया कराए थे पैसे और हथियार
राकांपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के सिलसिले में मुंबई पुलिस ने एक और व्यक्ति हरीशकुमार बालकराम निषाद को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि उसी ने वारदात के लिए पैसे और हथियार उपलब्ध कराए थे। हालांकि समाचार एजेंसी आइएएनएस ने दो और व्यक्तियों गुल्लू और मोनू की गिफ्तारी की भी खबर दी है।
साथ ही पता चला है कि इस मामले में पुणे से गिरफ्तार सह-साजिशकर्ता प्रवीण लोणकर के भाई शुभम को जून में मुंबई पुलिस ने सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग के बाद उठाया था, लेकिन कोई सुबूत नहीं मिलने पर छोड़ दिया था।
उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है आरोपी
हालांकि उस पर नजर रखी जा रही थी। 23 वर्षीय निषाद उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है और इस मामले में गिरफ्तार चौथा व्यक्ति है। पुलिस ने मंगलवार को उसे अदालत में पेश किया जहां से उसे 21 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। निषाद पुणे के वर्जे एरिया में स्क्रैप डीलर का काम करता है और मुंबई क्राइम ब्रांच ने उसे सोमवार को बहराइच से गिरफ्तार किया। पुलिस ने पूर्व में कथित शूटरों हरियाणा के गुरमेल सिंह व उत्तर प्रदेश (बहराइच) के धर्मराज कश्यप और सह-साजिशकर्ता प्रवीण लोणकर को गिरफ्तार किया था। बहराइच का ही रहने वाला एक और कथित शूटर शिवकुमार गौतम अभी फरार है। निषाद की पेशी के दौरान पुलिस ने अदालत में बताया कि उसी ने सह-आरोपितों को पैसा और हथियार उपलब्ध कराए थे।
निषाद, कश्यप और गौतम एक ही गांव (गंडारा) के हैं।पुलिस ने बताया कि कश्यप, गौतम, प्रवीण लोणकर व उसके बड़े भाई शुभम के साथ निषाद भी हत्याकांड की साजिश में शामिल था। मुंबई क्राइम ब्रांच ने गौतम, एक अन्य आरोपित मोहम्मद जीशान अख्तर और अन्य वांछितों की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न टीमें गठित की हैं। पुलिस लारेंस विश्नोई गैंग के कथित सदस्य शुबू लोणकर की उस इंटरनेट मीडिया पोस्ट की सत्यता की भी जांच कर रही है जिसमें हत्याकांड की जिम्मेदारी ली गई थी।
पुलिस ने 10 से ज्यादा हथियार किए बरामद
पुलिस को संदेह है कि इसे शुभम ने ही पोस्ट किया था। इस संदर्भ में उसने फेसबुक और इंस्टाग्राम के अधिकारियों को लिखा है। पुलिस ने उस बाइक को भी जब्त कर लिया है जिसके जरिये कथित शूटरों ने सिद्दीकी की रेकी की थी।जांचकर्ताओं के मुताबिक, शुभम लोणकर सितंबर के आखिरी हफ्ते तक पुलिस की नजर में था, लेकिन इसके बाद वह गायब हो गया। उसे जनवरी में आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार किया गया था और बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया था। इस मामले में पुलिस ने 10 से ज्यादा हथियार बरामद किए थे। पता चला था कि शुभम लारेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के संपर्क में था। उसे मैसेजिंग एप्स की जानकारी है और उसने निगरानी से बचने के लिए साजिश में शामिल सभी लोगों से इंस्टाग्राम के जरिये बात करने और स्नैपचैट के जरिये चैट करने को कहा था।निषाद सिर्फ 15 वर्ष की उम्र में पुणे आ गया था और स्क्रैप का बिजनेस शुरू किया था।
तीन वर्ष पहले उसने गौतम को और तीन महीने पहले कश्यप को अपने साथ काम करने के लिए पुणे बुला लिया था। लोणकर बंधुओं की दुकान उसकी दुकान के पड़ोस में ही है। एक अधिकारी ने बताया कि जून-जुलाई में हत्याकांड की साजिश रची गई थी। प्रवीण और शुभम ने निषाद को करीब दो लाख रुपये दिए थे जो उसने कथित शूटरों को दे दिए थे। उन्होंने बताया कि कुर्ला के घर में कथित शूटरों ने बिना गोलियों के पिस्टल चलाने की प्रैक्टिस की थी। गौतम ने सिद्दीकी पर फायरिंग इसलिए की थी क्योंकि उसे शादियों में फायरिंग का पूर्व अनुभव था।