जम्मू: चिनैनी विधानसभा क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाएगी भाजपा

उधमपुर सीट को छोड़कर चिनैनी से भाजपा की टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते बलवंत सिंह मनकोटिया ने कहा कि इस क्षेत्र में अनंत काम हैं जो करने वाले हैं। कई गांव ऐसे हैं जिन तक सड़कें पहुंचानी हैं। नए पर्यटन स्थल विकसिक कर युवाओं के लिए रोजगार का सृजन करना है। धार्मिक पर्यटन के लिए यहां काफी गुंजाइश है। नए धार्मिक स्थलों का विकास किया जाना कार्ययोजना में है। क्षेत्र के बच्चे आज भी दूर स्कूल होने के कारण पढ़ हीं पा रहे हैं इसलिए स्कूलों को अपग्रेड करने को लेकर काम करेंगे। मनकोटिया ने पांच साल की रणनीति को लेकर भी विचार साझा किए।

उधमपुर छोड़कर चिनैनी से चुनाव लड़ना कितना चुनौतीपूर्ण रहा
बड़ी चुनौती नहीं रही क्योंकि चिनैनी उधमपुर के साथ सटा विधानसभा क्षेत्र है। यहां के लोग उधमपुर में भी मेरे पास अपनी समस्या के समाधान के लिए आते थे। चुनाव प्रचार के दौरान पता चला कि उनमें से कई चिनैनी के रहने वाले हैं और उधमपुर में भी रहते हैं। बिना पक्षपात या क्षेत्रवाद के लोगों की समस्याएं सुलझाई थीं तो उसका फायदा मिला। लोगों के भीतर मुझ पर विश्वास कायम हुआ और उसी के कारण लोगों ने दिल समर्थन दिया।

अगले पांच साल चिनैनी के लिए क्या प्राथमिकताएं हैं
चिनैनी में आज भी कई इलाके ऐसे हैं जहां सड़क संपर्क नहीं है। स्कूलों सहित स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ की कमी को दूर करने की जरूरत है। कई लोगों के नाम बीपीएल सूची से बाहर कर दिए गए हैं। पटनीटाप डेवलपमेंट अथारिटी के दायरे में आए कई इलाकों में लोग अपनी जमीन पर काम नहीं कर पा रहे हैं। इन सब समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।

चिनैनी में कई पर्यटन और धार्मिक स्थल आज भी गुमनाम हैं, 
मानताई के अंतरराष्ट्रीय योग केंद्र और सुद्धमहादेव से हर कोई परिचित है लेकिन चिनैनी में आज भी कई ऐसे पर्यटन और धार्मिक स्थल हैं जिन्हें पर्यटन मानचित्र में लाने की जरुरत है। चिनैनी विधानसभा क्षेत्र को प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। खासकर युगदार, लद्दाधार, किथर सहित छोटा मणिमहेश यात्रा के रूप प्रसिद्ध शिवगढ़धार जैसे खूबसूरत प्रकृति और आस्था के केंद्रों को विकसित करेंगे।

राजनीति का सफर कब शुरू किया

मात्र 19 से 20 साल की उम्र में छात्र नेता के रूप राजनीति में पहला कदम रखा और कॉलेज में संघर्ष किए। गैर सरकारी संगठन डोगरा क्रांति दल की स्थापना की। कई तरह के जनहित के अभियान चलाए और आज भी डोगरा क्रांति दल के बैनर तले कई सामाजिक गतिविधियों का संचालन जारी है। राजनीति विज्ञान में पीजी की शिक्षा पूरी करने के बाद पूरी तरह से राजनीति में उतरे। वर्ष 2002 में 31 साल की उम्र में पहली बार उधमपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक बनने का मौका मिला।

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