इन सोलह श्रृंगार के बिना है अधूरा है करवा चौथ का व्रत, अभी नोट

 पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का पर्व देशभर में बेहद उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाए रखने के लिए विशेष श्रृंगार कर निर्जला व्रत करती हैं। इससे पति को लंबी आयु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। वहीं, अविवाहित लड़कियां भी शीघ्र शादी के लिए व्रत रखती हैं। इससे उन्हें मनचाहा जीवनसाथी मिलता है। करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाओं के लिए सोलह शृंगार (Solah Shringar List) का विशेष महत्व है। आइए जानते हैं इस शृंगार (Solah Shringar Significance) के महत्व के बारे में।

आखिर क्या है सोलह शृंगार?

सिंदूर- सोलह शृंगार में सबसे महत्वपूर्ण सिंदूर को माना जाता है। मान्यता है कि सिंदूर लगाने से पति की आयु लंबी होती है।

मांगटीका- यह सोना या फिर किसी अन्य का धातु बना होता है। इसे महिलाएं बालों के बीच माथे पर लगाती हैं।

बिंदी- सनातन धर्म में लाल बिंदी को वैवाहिक रिश्ते के प्रति समर्पण का प्रतीक माना जाता है। इसे माथे पर लगाया जाता है।

गजरा- यह फूलों से बना होता है। इसे बालों के जूड़े और चोटी में पहना जाता है।

काजल- आंखों की सुंदरता को बढ़ाने के लिए महिलाएं काजल लगाती हैं। इससे बुरी नजर से बचाव होता है।

नथ – नथ को सुहाग की निशानी माना जाता है। इसे किसी शुभ अवसर पर पहना जाता है।

कुंडल- यह सोने और चांदी या फिर अन्य किसी धातु के बने होते हैं। इससे महिलाओं की सुंदरता बढ़ती है।

मंगल सूत्र- शृंगार में मंगलसूत्र को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे सुहाग की निशानी माना जाता है।

बाजूबंद- बाजूबंद को ऊपरी बांह पर पहना जाता है। यह मोती या हीरे से बना होता है।

बिछुआ- इसे पैरों की उंगलियों में पहना जाता है। यह भी सुहाग का प्रतीक है।

चूड़ियां- सुहागिन महिलाओं के द्वारा चूड़ियों को पहनने से हाथों की शोभा बढ़ती है।

मेहंदी- इसे हाथों और पैरों की खूबसूरती निखारने के लिए लगाया जाता है।

अंगूठी- शादी के दौरान वर-वधू एक-दूसरे को अंगूठी पहनाते हैं।

आलता- यह लाल रंग का तरल पदार्थ होता है, जिसे सुहागिन महिलाएं पैरों और हाथों पर लगाती हैं। इससे हाथ और पैरों की चमक बढ़ती है।

कमरबंद- कमर के चारों तरफ पहना जाने वाला एक सजावटी बेल्ट को कमरबंद कहा जाता है। यह सोना, चांदी या फिर अन्य धातु का बना होता है।

पायल- इसे दोनों पैरों में पहना जाता है। इसे महिलाओं का प्रमुख शृंगार माना जाता है।

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