गोंडा में दो समुदायों के बीच संघर्ष में कई लोग चोटिल
त्तर प्रदेश में गोंडा जिले के छपिया क्षेत्र में एक दुर्गा प्रतिमा स्थल के पास पटाखे जलाने को लेकर दो समुदायों के लोगों के बीच हुई हिंसक झड़प में कई लोग जख्मी हो गए। पुलिस ने इस प्रकरण में मुकदमा दर्ज कर कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
छपिया के थानाध्यक्ष कृष्ण गोपाल राय ने बृहस्पतिवार को बताया कि मसकनवा कस्बे में बुधवार देर रात दुर्गा प्रतिमा की स्थापना के बाद आतिशबाजी को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद हो गया। इसे लेकर हुई हिंसक झड़प में कई लोगों को चोंटें आईं। इस मामले में अभियोग दर्ज किया गया है। राय के मुताबिक, तहरीर में आरोप लगाया गया है कि दुर्गा पंडाल में प्रतिमा स्थापित करने के बाद करीब 50 मीटर दूर बहुसंख्यक समुदाय के कुछ बच्चे आतिशबाज़ी कर रहे थे। इसमें कहा गया है कि इस दौरान पास में ही रहने वाले असलम, सुल्ताना और मुन्ना ने पटाखे जलाने पर आपत्ति जताई और देवी-देवताओं के खिलाफ अपशब्द कहकर बच्चों को जान से मारने की नीयत से दौड़ाया तथा ईंट-पत्थर भी फेंकना शुरू कर दिया।
उन्होंने बताया कि तहरीर में यह भी आरोप लगाया गया है कि कस्बे के कुछ लोगों ने बीच-बचाव की कोशिश की लेकिन आरोपियों ने फोन करके अपने 15-20 साथियों को मौके पर बुला लिया और बहुसंख्यक वर्ग के प्रति हमलावर हो गए। इस घटना में लाली, राजेश, विकास, गनेश कमलापुरी, शिव प्रसाद और रोहन जायसवाल जख्मी हो गए। थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। जिलाधिकारी नेहा शर्मा, पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल और अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार रावत और राधेश्याम राय भी मौके पर पहुंच गये।
अधिकारियों ने पूरी रात लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। उन्होंने बताया कि इस मामले में दिनेश कुमार की तहरीर पर सुसंगत धाराओं में 12 नामजद और 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मौके पर पूरी तरह से शांति है पर एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात किये गए हैं।