प्यार की तलाश में कहीं Situationship के चंगुल में तो नहीं जा फंसे आप? संकेतों से करें पहचान
“कसमें वादे प्यार वफा सब, बाते हैं बातों का क्या…” -ये पंक्ति फिल्म ‘उपकार’ के एक गाने से ली गई है, जो आज भी काफी प्रासंगिक है। बदलते समय के साथ रिश्तों की परिभाषा भी बदल गई है और अब प्यार भरे रिश्ते भी पहले जैसे नहीं रहे हैं। जी हां, आए दिन रिलेशनशिप की दुनिया में नए-नए डेटिंग टर्म्स सुनने को मिलते हैं। इन्हीं में से एक है सिचुएशनशिप (Situationship) जिसमें एक बार फंसने पर इससे बाहर निकल पाना कई लोगों के लिए मुसीबत बन जाता है। इस तरह के रिश्ते में कोई आपके साथ सिर्फ तब तक रहता है जब तक उसे आपसे बेहतर ऑप्शन नहीं मिल पाता है या फिर उसका मकसद इमोशनल की बजाय सिर्फ फिजिकल रिलेशन ही होता है। आइए इस आर्टिकल में आपको ऐसे 5 संकेत (Situationship Signs) बताते हैं जिनकी मदद से आप पहचान सकते हैं कि आपका रिलेशनशिप सचमुच प्यार-भरा है या फिर यह सिचुएशनशिप से ज्यादा और कुछ नहीं है।
संकेत नंबर-1
जब कोई व्यक्ति किसी रिश्ते को गंभीरता से लेता है, तो वह धीरे-धीरे अपने पार्टनर को अपने परिवार या दोस्तों से मिलवाना शुरू कर देता है। अगर आपका पार्टनर आपको अपने करीबियों से मिलवाने से लगातार हिचकिचा रहा है या आपको सोशल इवेंट्स में शामिल नहीं कर रहा है, तो यह एक संकेत हो सकता है कि वह इस रिश्ते को गंभीरता से नहीं ले रहा है और उसके लिए यह रिलेशनशिप एक सिचुएशनशिप से ज्यादा और कुछ नहीं है।
संकेत नंबर-2
किसी भी रिलेशनशिप में इमोशनल कनेक्शन फिजिकल अट्रैक्शन से कहीं ज्यादा मायने रखता है। आपने सुना भी होगा कि प्यार का सफर दिल से शुरू होता है। ऐसे में, अगर आपका पार्टनर आपकी भावनाओं को समझने या आपकी लाइफ से जुड़ी चीजों को जानने या सुनने में दिलचस्पी नहीं दिखाता है, तो भी हो सकता है कि आप एक सिचुएशनशिप में फंसे हों। सिचुएशनशिप का मतलब है कि आप सिर्फ मौजूदा हालात के हिसाब से एक-दूसरे के साथ हैं और इससे बेहतर पार्टनर मिलते ही बाजी पलटने में जरा भी नहीं हिचकिचाएंगे।
संकेत नंबर-3
क्या आपको भी ये बहाने सुनकर परेशानी होती है कि ‘मुझे काम है’ या ‘मैं बहुत व्यस्त हूं’? ध्यान रहे, कि जब कोई व्यक्ति आपसे सच्चा प्यार करता है, तो वो आपके लिए जैसे-तैसे समय निकाल ही लेता है। चाहे उसका शेड्यूल कितना भी बिजी क्यों न हो। आपसे मिलने के लिए तरसना तो छोड़िए, अगर आपका पार्टनर इसकी कोशिश भी नहीं करता है तो मानकर चलिए कि आप एक सिचुएशनशिप में फंसे हुए हैं।
संकेत नंबर-4
क्या आपको अपने पार्टनर के साथ कोई भी प्लान बनाने में हमेशा मुश्किल से जूझना पड़ता है, जैसे कि अगले वीकेंड कहां जाना है या छुट्टियां कहां मनानी हैं, तो यह साफ संकेत हो सकता है कि आप सिचुएशनशिप में फंसे हुए हैं। अगर आपका पार्टनर लास्ट मौके तक भी किसी बात को कन्फर्म नहीं करता है और आपके बार-बार पूछने या शिकायत करने पर भी कुछ खास रिस्पॉन्स नहीं करता है तो यह साफ बताता है कि वह आपके साथ लॉन्ग टर्म का रिलेशनशिप नहीं चाहता है और यह सिर्फ एक सिचुएशनशिप है।
संकेत नंबर-5
एकतरफा प्यार में आप हमेशा देने पर मजबूर होते हैं। अगर आपका पार्टनर सिर्फ अपने बारे में सोचता है और रिश्ते में सिर्फ लेने की कोशिश करता है, तो यह सिचुएशनशिप का संकेत हो सकता है। एक सिचुएशनशिप में, पार्टनर सिर्फ अपनी सुविधा के अनुसार रिश्ते को चलाते हैं और किसी भी तरह की कमिटमेंट से बचते हैं। अगर आपका पार्टनर भी रिलेशनशिप में कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है और न ही आपकी भावनाओं का ख्याल रखता है, तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है।