मुजफ्फरपुर में दो प्रखंड को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करने की मांग

मुजफ्फरपुर जिले में बीते दिनों औराई और कटरा प्रखंडों में बागमती नदी की विनाशकारी बाढ़ से भारी क्षति हुई थी। इसे देखते हुए राजद के नेताओं ने इन क्षेत्रों को बाढ़ प्रभावित घोषित करने की मांग की है। पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद अर्जुन राय के नेतृत्व में राजद का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी (डीएम) सुब्रत सेन से मिला और सात सूत्री ज्ञापन सौंपा। इसमें बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए आर्थिक सहायता और नए सिरे से प्रभावितों की सूची तैयार करने की मांग की गई। प्रतिनिधिमंडल ने चेतावनी दी कि अगर मांगें नहीं मानी गईं, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।

क्षति का आकलन और मांगें
मुजफ्फरपुर जिले के औराई और कटरा प्रखंडों में बागमती नदी की वजह से आई बाढ़ ने कई गांवों को प्रभावित किया है। कई लोगों के घर टूट गए, उनकी रोजी-रोटी छिन गई और खेतों में लगी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं। इसके अलावा, मछुआरों की मछलियां भी बाढ़ के पानी में बह गईं, जिससे उनका भी भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। प्रतिनिधिमंडल ने डीएम से मुलाकात में कहा कि बाढ़ की इस तबाही के बाद सरकार को इन क्षेत्रों को बाढ़ प्रभावित घोषित करना चाहिए और प्रभावित लोगों को तुरंत राहत प्रदान करनी चाहिए।

राजद प्रतिनिधिमंडल की सात सूत्री मांगें
1. औराई और कटरा प्रखंडों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित किया जाए।
2. बाढ़ प्रभावितों की एक नई सूची तैयार की जाए।
3. प्रभावित लोगों को आर्थिक सहायता दी जाए।
4. फसल और संपत्ति की क्षति का आकलन कर मुआवजा दिया जाए।
5. मछुआरों और अन्य व्यवसायियों को उनके नुकसान की भरपाई की जाए।
6. राहत शिविर और पुनर्वास के लिए सरकार द्वारा ठोस कदम उठाए जाएं।
7. बाढ़ की रोकथाम के लिए दीर्घकालिक योजना बनाई जाए।
 
आंदोलन की चेतावनी दी
पूर्व सांसद अर्जुन राय ने कहा कि बागमती नदी की बाढ़ से सैकड़ों लोगों की जान-माल की क्षति हुई है। गांवों में लोग बाढ़ की त्रासदी से बुरी तरह प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस मामले को गंभीरता से नहीं लेती और जल्द कार्रवाई नहीं करती, तो राजद आंदोलन करेगा और आम लोगों के साथ खड़ा रहेगा। वहीं, जिलाधिकारी सुब्रत सेन ने प्रतिनिधिमंडल की मांगों को गंभीरता से सुना। फिर आश्वासन दिया कि मामले की जांच की जाएगी और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।

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