ओला इलेक्ट्रिक को भ्रामक विज्ञापनों पर मिला नोटिस
भाविश अग्रवाल के मालिकाना हक वाली ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को सोमवार को भ्रामक विज्ञापन और अनुचित व्यापार प्रैक्टिस के चलते नोटिस मिली है। इसके चलते मंगलवार को शुरुआती कारोबार में ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयरों में 6 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि, शेयर मार्केट के अच्छे सेटिमेंट के चलते बाद में इसमें रिकवरी भी देखी गई।
ओला इलेक्ट्रिक को यह नोटिस केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण ने भेजा है। बीएसई पर कंपनी का शेयर शुरुआती कारोबार में 6.17 प्रतिशत गिरकर 85.21 पर कारोबार कर रहा था। हालांकि, बाद में ओला के शेयरों में अच्छी रिकवरी दिखी। यह दोपहर करीब 2 बजे तक 1.92 फीसदी की बढ़त के साथ 92.56 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
क्या है भ्रामक विज्ञापन का पूरा मामला
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ने सोमवार को एक रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि उसे उपभोक्ता अधिकारों के कथित उल्लंघन, भ्रामक विज्ञापन और अनुचित व्यापार प्रैक्टिस के लिए केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) से कारण बताओ नोटिस मिला है। CCPA ने कंपनी को कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिनों की मोहलत की है।
हालांकि, ओला ने इस मामले पर स्पष्टीकरण भी दिया है। उसका कहना है कि कारण बताओ नोटिस का कंपनी की वित्तीय, परिचालन या अन्य गतिविधियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। साथ ही, प्राधिकरण का कारण बताओ नोटिस कोई दंड या वित्तीय जुर्माना नहीं लगाता है।
ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में कमजोरी
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयरों में सोमवार को करीब 10 प्रतिशत तक की गिरावट आई थी। इसकी वजह सोशल मीडिया पर इलेक्ट्रिक स्कूटर की सर्विस क्वॉलिटी उठे सवालों को बताया गया। इसे लेकर ओला इलेक्ट्रिक के सीईओ भाविश अग्रवाल की स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा से जुबानी जंग भी हो गई थी।
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का आईपीओ अगस्त में आया था। यह 76 रुपये के इश्यू प्राइस पर लिस्ट हुई थी, लेकिन जल्द ही इसने निवेशकों के पैसे डबल कर दिए। इसने 157.4 रुपये का ऑल टाइम हाई भी बनाया। हालांकि, सर्वकालिक उच्च स्तर को छूने के बाद से शेयर उन स्तरों से 46 प्रतिशत नीचे है। अब बजाज ऑटो और टीवीएस मोटर जैसी लीगेसी ऑटो प्लेयर्स ओला इलेक्ट्रिक से मार्केट शेयर छीन रहे हैं।