ये हैं दुनिया के सबसे खतरनाक हवाई अड्डे, जाने से पहले पायलट का भी थम जाता है दिल
कहीं दूर घूमने के लिए हम हवाई जहाज से यात्रा करते हैं। ऊपर बादलों से नीचे देखना बेहद मनोरम होता है। लेकिन आज हम आपको ऐसे एयरपोर्ट्स के बारे में बताने वाले हैं, जहां जाने से पहले पायलट भी सौ दफा सोचते हैं। ये हवाई अड्डे दुनिया के सबसे खतरनाक एयरपोर्ट (Dangerous Airports) माने जाते हैं। इसलिए इन एयरपोर्ट (Scariest Airports) से जाने से पहले सौ बार लोग सोचते हैं। ये हवाई अड्डे क्यों खतरनाक माने जाते हैं, इसके पीछे कई कारण शामिल हैं। ये हवाई अड्डे ऐसे क्षेत्रों में स्थित हैं जहां गंभीर मौसम की स्थिति होती है, जिससे उड़ान में बाधा आ सकती है। इसके अलावा, रनवे भी काफी संकरे हैं, जिससे दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है। आज हम आपको इन्हीं एयरपोर्ट के बारे में बताएंगे।
भुंतार हवाई अड्डा स्थान- भारत
निर्माण का वर्ष- 1995
जोखिम कारक- ट्रैक, स्थान
भुंतार हवाई अड्डा, जिसे कुल्लू हवाई अड्डा के नाम से भी जाना जाता है, में केवल 3,566 फीट का एक रनवे है। हालांकि, इस हवाई अड्डे की चुनौतियां केवल रनवे की लंबाई से ही सीमित नहीं हैं। ऊंचे पहाड़ों से घिरी एक घाटी में स्थित होने के कारण, उतरने वाले पायलटों को आसपास के इलाके में घूमने में काफी कठिनाई होती है।
तेंजिंग-हिलरी हवाई अड्डा स्थान- नेपाल
निर्माण का वर्ष- 1964
जोखिम कारक- ऊंचाई
इसे लुक्ला हवाई अड्डा या माउंट एवरेस्ट हवाई अड्डा के रूप में भी जाना जाता है। तेंजिंग-हिलरी हवाई अड्डा
अल्टिपोर्ट है, जो छोटे विमानों के लिए इस्तेमाल किया जाता है और आमतौर पर खड़ी रनवे वाले पहाड़ी इलाके में स्थित होता है। हालांकि, यहां से व्यू काफी मनमोहक नजर आता है, लेकिन इसका रनवे काफी ऊंचाई पर स्थित होने की वजह से काफी खतरनाक माना जाता है। इसलिए यहां सिर्फ अनुभवी पायलट ही विमान उड़ा सकते हैं और वो भी सिर्फ दिन के समय।
कोर्टशेवेल अल्टिपोर्ट स्थान- फ्रांस
निर्माण का वर्ष- 1962
जोखिम कारक- रनवे का स्थान
फ्रेंच आल्प्स में 6,588 फीट की ऊंचाई पर स्थित कोर्टशेवेल अल्टिपोर्ट पर उतरना काफी खास अनुभव हो सकता है। लेकिन मनोरम दृश्यों के बावजूद, इस स्थान पर उड़ान भरने में काफी जोखिम है क्योंकि रनवे केवल 1,762 फीट का है। साथ ही गो-अराउंड प्रक्रियाओं और लाइट हेल्प न होने की वजह से ये और खतरनाक माना जाता है।
बार्रा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा स्थान- स्कॉटलैंड
निर्माण का वर्ष- 1936
जोखिम कारक- समुद्र तट पर ट्रैक
बार्रा द्वीप के उत्तर में स्थित यह हवाई अड्डा दुनिया में एकमात्र ऐसा हवाई अड्डा है जहां सीधे समुद्र तट पर उड़ान और लैंडिंग दोनों होती हैं। इस अनूठी व्यवस्था के कारण एक खतरनाक स्थिति पैदा हो सकती है, क्योंकि सभी हवाई गतिविधियां समुद्र के ज्वार-भाटा से काफी प्रभावित होती हैं।
स्किथोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा – ग्रीस
निर्माण का वर्ष- 1972
जोखिम कारक- स्थान, छोटा रनवे
ग्रीस का स्किथोस हवाई अड्डा यूरोप में सबसे छोटा रनवे है। इस द्वीप के उबड़-खाबड़ भूभाग को समुद्र के ऊपर हवाई अड्डे के निर्माण के लिए इस्तेमाल किया गया है। यह अनूठा एयरस्ट्रिप स्किथोस और लाजारेटा के द्वीपों को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण लिंक के रूप में काम करता है।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो हवाई अड्डा स्थान- मदीरा, पुर्तगाल
निर्माण का वर्ष- 1973
जोखिम कारक- समुद्र पर बनाया गया ट्रैक
क्रिस्टियानो रोनाल्डो हवाई अड्डा अक्सर एक इंजीनियरिंग चमत्कार के रूप में सराहा जाता है। मदीरा द्वीप के छोटे आकार में समुद्र के ऊपर हवाई अड्डे के रनवे के विस्तार के लिए 180 खंभों का इस्तेमाल किया गया था, जो पानी के ऊपर ट्रैक को संरचनात्मक सपोर्ट देते हैं।