स्टीम करके बनाएं खाना, तो स्वाद के साथ सेहत भी रहेगी बरकरार!
खाना पकाने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है। अलग-अलग व्यंजनों को पकाने के तरीके इनका स्वाद भी बेहतर बनाते हैं। लोग अपनी पसंद और व्यंजन के मुताबिक इन्हें शैलो फ्राई, डीप फ्राई या फिर स्टीम करते हैं। हालांकि, हम खाने को जिस भी तरीके से पकाते हैं, उसका सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है।
यह तो सभी जानते हैं कि डीप फ्राई खाने को पकाने का एक ऐसा तरीका है, जो हमारी सेहत के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदायक होता है। डीप फ्राइड फूड्स शरीर में इंफ्लेमेशन बढ़ाने के साथ ही पाचन तंत्र कमजोर करते हैं। ये खाने में मौजूद न्यूट्रिएंट को भी नष्ट करते हैं। वहीं, इसके विपरीत स्टीमिंग एक ऐसा प्रोसेस है, जिससे पकाए गए खाने को बहुत हेल्दी माना जाता है। आइए जानते हैं कैसे स्टीम फूड सेहत के लिए फायदेमंद है-
इन वजहों से फायदेमंद है स्टीम्ड फूड?
स्टीमिंग की प्रोसेस कुकिंग की एक ऐसी प्रक्रिया है, जो साफ, मॉइश्चराइज और हाइड्रेटेड तरीके से बनाया जाता है, जिससे पाचन तंत्र को आराम मिलता है, पाचन क्रिया सुचारू रूप से संचालित होती है और शरीर में किसी प्रकार का इंफ्लेमेशन नहीं होता है।
स्टीमिंग की प्रक्रिया से कुकिंग करने पर खाने में मौजूद फाइबर, रंग, टेक्सचर और फ्लेवर बरकारार रहता है।
स्टीम्ड खाने में मौजूद वाटर सॉल्यूबल विटामिन जैसे विटामिन बी, सी, पोटैशियम, फास्फोरस, जिंक को भी बचा कर रखता है, जिससे खाने में मौजूद अधिकतर पोषक तत्व नष्ट नहीं होते हैं।
स्टीमिंग की प्रक्रिया से कुकिंग करने पर ताजी सब्ज़ियों में लगभग 90% तक एंटी-ऑक्सीडेंट बचे रहते हैं।
स्टीमिंग से कुकिंग करने में किसी प्रकार के तेल का इस्तेमाल नहीं होता है। ये मात्र पानी की मदद से आसानी से पकाया जा सकता है। इससे पहले तो शरीर में कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता है और अनावश्यक फैट शरीर में नहीं जाता है। दूसरा फायदा ये है कि ये तेल के खर्चे बचाता है, जिससे कुकिंग का ये एक कॉस्ट इफेक्टिव मैथड भी साबित होता है।
मोमोज, फरा, बफौरी, रिकवच, इडली, ढोकला जैसी ऐसी तमाम डिशेज हैं, जो कि स्टीम कर के पकाई जाती हैं और ये सभी बेहद स्वादिष्ट लगती हैं।