RJD ने बिहार में स्मार्ट मीटर लगाने पर जताई कड़ी आपत्ति

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने बिहार में जबरन स्मार्ट मीटर लगाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह प्रदेश के आम लोगों के पैसे को लूटने का प्रयास है। राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि घरों में जबरन लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर में कई तकनीकी खामियां हैं, जो बिजली की वास्तविक खपत से अधिक रीडिंग दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह और भी अधिक दुखद है कि इस तरह के मीटर लोगों के वास्तविक विरोध को दबाने के लिए सुरक्षा बलों की मदद से लगाए जा रहे हैं।

जगदानंद सिंह ने कहा, ‘बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक (सीएमडी) पंकज पाल ने हाल ही में बिहार के सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर स्मार्ट मीटर लगाने के लिए बिजली कंपनियों की टीमों को सुरक्षा बल मुहैया कराने को कहा है।’ उन्होंने कहा कि सीएमडी द्वारा जिलाधिकारियों को इस तरह के पत्र लिखना बेहद आपत्तिजनक है। उन्होंने पूछा कि क्या सीएमडी ने खुद पत्र लिखा है या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सहमति ली है। राजद नेता ने कहा, ‘बिहार के किसानों को प्रतिदिन केवल आठ घंटे ही बिजली मिल रही है जबकि शेष बिजली अन्य राज्यों को कम कीमत पर बेची जा रही है, जिससे बिहार में कृषि गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं।’ उन्होंने कहा कि राज्य की कृषि को नुकसान पहुंचाने के लिए बिहार की डबल इंजन सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है। 

 “नीतीश कुमार ने बिहार में बिजली क्षेत्र के लिए कुछ नहीं किया”
राजद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लालू यादव ने कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के पहले कार्यकाल में रेल मंत्री रहते हुए बिहार में घरों तक बिजली पहुंचाने के लिए राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना लागू कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि जब नीतीश कुमार केंद्र की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री थे तब उन्होंने बिहार में बिजली क्षेत्र के लिए कुछ नहीं किया। जगदानंद सिंहने कहा, ‘बिहार सरकार पांच रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीद कर 5.85 रुपए से आठ रुपए प्रति यूनिट की दर से बेच रही है।’ उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता के तौर पर जन महत्व के मुद्दे को उठाना उनकी जिम्मेदारी है।  

Back to top button