विधायक उषा बोलीं- दुराचारियों को चौराहों पर लटकाओ, चील-कौवों को नोचने दो
सितंबर महीने में मध्य प्रदेश में बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। हाल ही में भोपाल में पांच साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। पुलिस ने तीन बाद उसका शव उसी मल्टी से बरामद किया, जिसमें वह रही थी। पड़ोसी में रहने वाले एक आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म कर मासूम का गला घोंट दिया था।
बच्चियों के साथ हो रही वारदातों को लेकर मध्य सरकार में मंत्री रह चुकीं और वर्तमान में महू विधायक उषा ठाकुर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने वालों को सार्वजनिक चौराहों पर फांसी देनी चाहिए, उनका अंतिम संस्कार भी नहीं होना चाहिए। जब उनके मृत शरीर चील कव्वे नोचेंगे तब दूसरे लोगों को पता चलेगा कि बच्चियों के साथ दुराचार करने वालों का क्या हश्र होता है।
बच्चों को अध्यात्म और नैतिकता की शिक्षा देना चाहिए
विधायक उषा ठाकुर ने कहा कि बच्चों और युवा वर्ग में संस्कार के बिजारोपित करना भी आवश्यक है। परिजनों को अपने बच्चों को अध्यात्म और नैतिकता की शिक्षा देना चाहिए, ताकि वे गलत और सही कामों में फर्क कर सके। विधायक उषा ठाकुर ने यह बयान इंदौर में एक कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान मीडिया को दिया।
कैलाश विजयवर्गीय बोले- गला दबाने की होती है इच्छा
बता दें कि इससे पहले मध्य प्रदेश सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर बड़ा बयान दे चुके हैं। हाल ही में उन्होंने कहा कि साथ लड़कियों के साथ गलत हरकत करने वालों का गला दबाने की इच्छा होती है।
राजधानी भोपाल में पांच साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। आरोपी ने हत्या के बाद बच्ची के शव को चादर में लपेटकर एक दिन बिस्तर के नीचे छिपाया। लेकिन, मख्खियां लगने पर उसने शव को पानी की टंकी में रख दिया। सबसे हैरानी की बात यह है कि आरोपी अतुल के घिनौने अपराध को छिपाने में उसकी और बहन ने भी साथ दिया। शव सड़ने पर आ रही बदबू को रोकने के लिए आरोपियों ने फिनायल से कई बार पोंछा लगाया, पुलिस को मरा हुआ चूहा दिखाया, लेकिन बदबू नहीं रुकी। इसी बदबू के कारण आरोपी पकड़े गए।