दिल्ली: एम्स के मेडिकल छात्रों ने प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया

एम्स के मेडिकल छात्र इन दिनों प्रशासन के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्र ऑप्टोमेट्री कॉलेज, पढ़ाई और सुरक्षा तथा छात्रावास की किल्लत दूर करने जैसी कई मांगें कर रहे हैं। इन छात्रों का कहना है कि वे 20 दिन से धरने पर बैठे हैं मगर उनकी कोई नहीं सुन रहा।
एम्स के बैचलर ऑफ ऑप्टोमेट्री छात्र नसीर हसन का कहना है कि हमारा विरोध एम्स प्रशासन के खिलाफ है। हमारी प्राथमिक मांग हमारी शिक्षा है। एम्स हमें शिक्षा देने में असमर्थ है। वे ऑप्टोमेट्री कॉलेज नहीं बना रहे हैं। जो पाठ्यक्रम है वह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा लागू किया गया है मगर एम्स द्वारा लागू नहीं किया गया। हमें पढ़ाने के लिए ट्यूटर नियुक्त नहीं किए गए हैं। छात्र विभिन्न राज्यों से यहां आते हैं लेकिन उन्हें छात्रावास की सुविधा प्रदान नहीं की जाती है और महिला सुरक्षा भी है एक मुद्दा।
प्रथम वर्ष की मेडिकल छात्रा आशा चौधरी ने बताया कि हम पिछले 20 दिनों से कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं। लेकिन हमारी बात नहीं सुनी जा रही है। हमारी मांग है कि हमें कॉलेज ऑफ ऑप्टोमेट्री चाहिए, हमारी कक्षाएं समय पर नहीं होतीं। ‘कोई पाठ्यक्रम नहीं है… महिला सुरक्षा एक मुद्दा है। जब हम पहले दिन आए तो हमें हॉस्टल आवंटित नहीं किया, हमें बाहर रहना पड़ता है।
द्वितीय वर्ष के मेडिकल छात्र अनिल यादव कहते हैं कि कल एक बैठक हुई और इसी तरह पहले भी 2-3 बैठकें हो चुकी हैं लेकिन वे हैं हमें कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। हमें प्रताड़ित किया गया है। हमें धमकी दी गई है कि अगर हमने अपना विरोध प्रदर्शन खत्म नहीं किया तो हम पर लाठीचार्ज किया जाएगा।