भोपाल : पैगंबर की सीरत बयान करने आए मौलाना सज्जाद कर गए भागवत

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना खलील उर रहमान सज्जाद नौमानी अपने दो दिवसीय प्रवास पर भोपाल में हैं। इस दौरान जारी उनकी मजलिसों में इस्लाम के आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद के जीवन पर बात होना थी। लेकिन बातों का सिलसिला चलते हुए सियासत तक जा पहुंचा। इस्लाम के असली दुश्मन का जिक्र करते हुए उन्होंने मक्का में मौजूद उस शैतान की बात कही, जिसे हज के दौरान कंकरी मारी जाती हैं। उन्होंने आरएसएस और भाजपा को मुस्लिम हितैषी बताते हुए डॉ मोहन भागवत, पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को मुसलमानों का भाई करार दिया।

मौलाना सज्जाद ने शनिवार शाम को खचाखच भरे ताजुल मसाजिद में कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, पीएम नरेंद्र मोदी या गृह मंत्री अमित शाह इस्लाम के दुश्मन नहीं, बल्कि हमारे भाई हैं। उन्होंने कहा कि हमारा असली दुश्मन हमारा व्यवहार और दिनचर्या है। इस्लामी तरीके और पैगंबर का बताया रास्ता छोड़ देने से इस्लाम के साथ यह हालात बने हुए हैं।

युवाओं को ताकीद
मौलाना सज्जाद ने शनिवार देर शाम की मजलिस में युवाओं को कई ताकीद की। इस दौरान मौलाना ने कहा कि फिल्मी हीरो को अपना आदर्श मानकर पहने जाने वाले कपड़े युवाओं को कई बार हंसी का पात्र बना देते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह के कपड़े आज युवा पहन रहे हैं, उनसे न तो कपड़े पहनने का मकसद पूरा हो रहा, न उनके लिए सहूलियत भरे हैं और न ही इनसे उनकी सामाजिक छवि बेहतर प्रस्तुत हो पा रही है। मौलाना सज्जाद ने कहा कि युवा अपने किरदार को ऐसा बनाएं, जिसे लोग सम्मान की नजर से देखें और इससे इस्लाम की छवि भी परिभाषित हो सके।

महिलाओं को मजलिस में कई समझाइश
रविवार सुबह मौलाना की तकरीर महिलाओं के लिए रही। इस दौरान उन्होंने महिलाओं से एक बेटी, बहन, बीवी और मां के किरदार से इंसाफ करने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस्लाम इकलौता मजहब है, जिसने महिलाओं को खास हुकूक दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस नाते हर मुस्लिम महिला पर जिम्मेदारी है कि वह अपने जीवन चक्र के हर किरदार को ईमानदारी से निभाए। मौलाना ने कहा कि एक शिक्षित महिला आने वाली कई नस्लों की तालीम की वजह बन सकती है। उसके दिए हुए संस्कारों से ही आने वाले समाज की पृष्ठभूमि तय होती है। 

शाम को महफिल ए खास
मौलाना के भोपाल सफर के दूसरे और आखिरी दिन रविवार शाम को राजधानी के एक बड़े होटल में एक खास महफिल का इंतजाम किया गया है। सूत्रों का कहना है कि शहर के नामवर लोगों, उद्योगपतियों, कारोबारियों, डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षाविद, वकील आदि को जोड़ने वाली इस महफिल में खास बात की गई। इसके बाद दुआ ए खास भी हुई। यह आयोजन सार्वजनिक न होकर महज आमंत्रित लोगों के लिए किया गया था।

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