सुभाष कर्णिक नहीं रहे, सादगी और हौसले की मिसाल थे पहलवान

इंदौर के कुश्ती जगत के महारथी और अभ्यास मंडल के अग्रणी कार्यकर्ता सुभाष रंगनाथ कर्णिक का मंगलवार रात निधन हो गया। वे अमर उजाला डिजिटल के संपादक जयदीप कर्णिक के पिताजी थे।

स्व. कर्णिक के साथी अभ्यास मंडल के शिवाजी मोहिते ने बताया कि हमारे सबके प्रिय सुभाष कर्णिक पहलवान का स्वर्गवास पूरे शहर के लिए बड़ी क्षति है। सुभाष कर्णिक सादगी, ईमानदारी और यारबाजी की मिसाल थे। उन्होंने कॉलेज से लेकर आज तक सब निस्वार्थ सेवा भाव से काम किया। वे अभ्यास मंडल के आधार स्तंभ, नर्मदा अंदोलन के मजबूत आधार, कुश्ती और कबड्डी के श्रेष्ठ खिलाड़ी जागो और जगाओ का नारा बुलंद करने वाले थे। मोहिते ने बताया कि सुभाष कर्णिक ने अभ्यास मंडल के माध्यम से पर्यावरण, शहर हित और इंदौर में नर्मदा लाने जैसे कई बड़े कार्यों में सक्रिय भूमिका अदा की। जनता के हितों के लिए वे हमेशा आगे रहे। उनके कार्य हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे।

आज होगी अंत्येष्टि
स्व. कर्णिक की अंतिम यात्रा बुधवार सुबह 11 बजे 23 राजश्री वाटिका वंदना नगर इंदौर स्थित निवास से निकलेगी। अंतिम संस्कार रामबाग मुक्तिधाम पर किया जाएगा।

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