राजस्थान : IAS के बाद देर शाम RAS के तबादलों की जम्बो लिस्ट जारी
राजस्थान में आईएएस और आरएएस की जम्बो सूचियां सरकार ने एक ही दिन में जारी कर दी हैं। हालांकि अभी आईपीएस, आईएफएस की सूची पेंडिंग है। इसके बाद कर्मचारियों के तबादलों पर रोक हटने की भी संभावना है। सरकार की इस कार्रवाई को उपचुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है। आरएएस तबादला सूची में सीएमओ के अफसरों को भी बदला गया, वहीं कई मंत्रियों के पीएस और एसए भी बदल दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव बने जगवीर सिंह
आरएएस की तबादला सूची में दो अफसरों की सीएमओ में एंट्री हुई है, इनमें जगवीर सिंह को मुख्यमंत्री का संयुक्त सचिव बनाया गया है। मोहनदास रत्नू को मुख्यमंत्री का उपसचिव बनाया गया है। वहीं मुख्यमंत्री के विशेष सचिव विवेक कुमार को सीएमओ से बाहर पंजीयन एवं मुद्रांक में उपमहानिरीक्षक के पद पर लगाया गया है। मुख्यमंत्री के उपसचिव हेमेंद्र नागर को सीईओ जिला परिषद उदयपुर लगाया गया है।
आमेर विकास प्राधिकरण में डोटासरा की पुत्रवधू
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा की पुत्रवधू प्रतिभा डोटासरा को जयपुर में आमेर विकास प्राधिकरण में मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर लगाया गया है।
मंत्रियों के एसए-पीएस बदले
तबादला सूची में तीन मंत्रियों के पीएस और एसए बदल दिए गए हैं। इनमें सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत के एसए नरेश कुमार मालव का तबादला अतिरिक्त आयुक्त आबकारी के पद पर कर दिया गया है। वहीं राज्यमंत्री केके विश्नोई के एसए राजपाल सिंह का ट्रांसफर कोटा नगर निगम आयुक्त के पद पर किया गया है। निधि सिंह को उपायुक्त जयपुर नगर निगम हैरिटेज के पद पर लगाया गया है। सुनिता यादव को आरएसएलडीसी में महाप्रबंधक के पद पर लगाया गया है।
नहीं बदले गहलोत के लगाए वित्त और गृह सचिव
शुक्रवार सुबह 3 बजे जारी की गई आईएएस अफसरों की तबादला सूची में 108 आईएएस को इधर-उधर किया गया लेकिन वित्त विभाग के एसीएस अखिल अरोड़ा तथा गृह विभाग के एसीएस आनंद कुमार को सरकार नहीं बदल पाई। हालांकि इस सूची में खास बात यह है कि सभी प्रमुख विभागों के एसीएस, प्रशासनिक सचिव और 13 जिलों के कलेक्टरों का तबादला किया गया है।
अरोड़ा को लेकर सबसे ज्यादा विवाद
तबादला सूची में अखिल अरोड़ा का नाम नहीं होने पर सबसे ज्यादा चर्चा रही। अरोड़ा योजना भवन में कैश और गोल्ड मामला सामने आने के बाद से ही विवादों में आ गए थे। इसके बाद एसीबी ने इनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले के अनुसंधान की अनुमति के लिए सरकार को पत्र लिख दिया था। पिछले दिनों अशोक गहलोत ने एकपोस्ट कर भजनलाल सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि भाजपा विपक्ष में रहकर अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठा रही है। आज भाजपा सरकार बनने के बाद उन्हीं अधिकारियों के भरोसे सरकार चला रही है।