जब ‘मैया’ ने प्यार से पुकारा राधा, पीछे से दौड़ी चली आई नन्ही बछड़ी
दुनियाभर में कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें जानवरों से लगाव होता है. कुत्ते और बिल्ली तो अब लगभग हर घर में मिल जाते हैं. वहीं, कई लोगों को गाय और पक्षियां भी बेहद पसंद होती हैं. लेकिन गाय जैसी जानवर को पालने के लिए काफी जगह की भी जरूरत होती है. हालांकि, कुछ लोग आज भी अपने बड़े-बड़े घरों में गाय-भैंस को पालते हैं. ऐसे में इन बेजुबान जानवरों का लगाव भी उन लोगों से हो जाता है. दोनों के बीच एक अलग ही रिश्ता बन जाता है. सोशल मीडिया पर एक ऐसा ही वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक गाय का बछड़ा एक महिला को ही अपनी मां समझने लगी है. वो नाम सुनते ही उस महिला के पास दौड़ी चली आती है और खूब प्यार जताती है. महिला ने इस बछिया का नाम राधा रखा है.
वायरल हो रहे इस वीडियो को खुशी सिंह (@restoring_humanity021) ने अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है, जो खुद इस वीडियो में नजर आ रही हैं. खुशी ने बताया है कि उनकी बछिया राधा जब 10 दिन की थी, तभी उसने अपनी मां को खो दिया. तब से वो हमारे साथ ही है. वीडियो में खुशी बछिया को राधा-राधा कहकर बुलाती हैं. खुशी जैसे ही बोलती हैं, ‘ओ मेरी राधा, मेरी राधा’ तो गायों के बीच से वो छोटी सी बछिया चुपचाप दौड़ी-दौड़ी खुशी की ओर चली आती है. वो खुशी से चिपक जाती है. दोनों का प्यार देखते बनता है. लेकिन काफी देर तक अपनी इस मैया से दूर राधा तुरंत प्यार से उसके गालों को चाटने लगती है.
खुशी ने वीडियो में आगे बताया है कि कोई भी मुझे इस तरीके से प्यार नहीं कर सकता, जैसे राधा करती है. खुशी इसके बाद राधा को लेकर टहलती हैं, फिर बॉटल से उसे दूध पिलाती हैं. इन दोनों का रिश्ता वाकई में अद्भुत है. सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. अब तक इस वीडियो को 11 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. वहीं, हजारों लोगों ने वीडियो को लाइक कर इन दोनों के अनोखे रिश्ते पर विश्वास जताया है. ढेर सारे लोगों ने इस वीडियो को शेयर भी किया है. जबकि सैकड़ों की संख्या में इस पर कमेंट्स आए हैं.
वीडियो पर कमेंट करते हुए एक यूजर सत्यबाबू ने लिखा है कि इस बछड़े ने आपके अंदर अपनी मां को तलाश लिया है. वहीं, जयीता नाम की महिला यूजर ने लिखा है कि इस बछिया ने अपनी मां को नहीं खोया है. इसने सिर्फ जन्म देने वाली मां को खोया है, क्योंकि इसकी असली मां तो अब आप है. कमेंट्स में खुशी ने राधा की पूरी कहानी को एक बार फिर बताया है. उन्होंने लिखा है कि राधा 10 दिन की थी जब उसकी मां की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई. राधा सड़क पर अकेली रह गई. कुत्तों ने उसका पीछा किया और वह बुरी तरह घायल हो गई थी. उसे कई कीड़े लग गए. उसके दोनों कान सड़ गए थे. मैंने उसे बोतल से दूध पिलाया और वह पिछले डेढ़ महीने से मेरे पास है. वह बहुत चिड़चिड़ी है और दूध के अलावा कुछ नहीं खाती, इसलिए वह दुबली है.