बाणगंगा और कानोता बांध हादसे के बाद मुख्यमंत्री ने बुलाई आपदा प्रबंधन बैठक
प्रदेश में निरंतर बारिश का दौर जारी है। हिंडौन, करौली में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। रविवार की सुबह भरतपुर के बयान उपखंड में बाणगंगा के पाल टूटने से सात लोगों को अपने जीवन से हाथ धोना पड़ा। वहीं, जयपुर के कानोता बांध से भी चार लोगों के बहने की खबर सामने आई है।
करौली हिंडौन में भी बारिश के कारण दो लोगों की जान जाने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आपदा प्रबंधन की बैठक बुलाई। इस बैठक में अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए गए। मुख्यमंत्री सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से कहा कि राजस्थान के सभी नागरिकों की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है।
आज मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रदेश में हो रही भारी बारिश के संबंध में अधिकारियों की बैठक ली गई। आपदा प्रबंधन से संबंधित समस्त व्यवस्थाओं को अविलंब सुदृढ़ करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों आग्रह किया…
जलाश्यों और जल भराव के क्षेत्रों से दूर रहें।
बारिश में बिजली के पोल व बिजली के तार से दूरी बनाए रखें।
बारिश के दौरान भवनों में बने बेसमेंट का उपयोग करने से बचें।
बारिश के दौरान आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी की गई चेतावनियों व बचाव के उपायों का विशेष रूप से ध्यान रखें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं मेरे राजस्थान प्रदेश के प्रत्येक परिवारजन के प्रति संवेदनशील हूं, इसलिए मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि आप सभी वर्षा के दिनों में उचित सावधानियों को बरतें। ईश्वर से आप सभी प्रदेशवासियों के कुशल और मंगलमय जीवन की कामना करता हूं।