राजस्थान के बीजेपी के नए प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ जल्द करेंगे नई टीम का ऐलान
प्रदेश बीजेपी में नए प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ के आते ही बड़े बदलाव की सुगबुगाहट सियासी गलियारों में तेज हो गई है । बताया जा रहा है कि संगठन के साथ-साथ बीजेपी के सभी मोर्चों में भी बड़े बदलाव की संभावना जताई जा रही है । प्रदेश में विधानसभा उपचुनावों को देखते हुए प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ अपनी नई टीम की जल्द का ऐलान जल्द ही कर सकते हैं । दरअसल विधानसभा चुनावों के समय भी पार्टी में सतीश पूनिया को लेकर गहरी नाराजगी थी, जिसके चलते आलाकमान ने प्रदेश की जिम्मेदारी सीपी जोशी को सौंप दी थी । लेकिन लोकसभा चुनावों में जिस प्रकार का प्रदेश में बीजेपी को लेकर परिणाम रहा, जिसका ठीकरा सीपी जोशी पर गिरा । ऐसे में पार्टी के आलाकमान तक सीपी जोशी को लेकर गलत मैसेज पहुंचा और सीपी जोशी को प्रदेश नेतृत्व से हटाना पड़ा ।
उपचुनाव को देखते हुए प्रदेश भाजपा में नई टीम का ऐलान जल्द !
हालांकि अब प्रदेश की कमान बीजेपी आलाकमान ने मदन राठौड़ को दे दी हैं । अब मदन राठौड़ उपचुनावों को देखते हुए अपनी नई टीम बनाने की योजना बना रहे हैं । इसको लेकर शीर्ष नेतृत्व से मदन राठौड़ को हरी झंडी मिल गई है ।
ऐसे में राठौड़ की इस नई टीम में सतीश पूनिया और सीपी जोशी गुट के लोगों को बाहर का रास्ता देखना पड़ सकता है और राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे गुट की एंट्री इस नई टीम में हो सकती हैं । हाल ही में भव्य तरीके से हुए मदन राठौड़ की ताजपोशी के समय वसुंधरा राजे का एक बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने मंच से पद, कद और मद का जिक्र किया है । ऐसे में वसुंधरा राजे का मदन राठौड़ के प्रति सकारात्मक नजरिया जाहिर होता है । मदन राठौड़ के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान दो धड़ों में बंटी हुई बीजेपी एक साथ एक मंच पर नजर आई ।
भाजपा की नई टीम में वसुंधरा गुट के लोग आ सकते हैं नजर ?
बताया जा रहा है कि अब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ की नई टीम में वसुंधरा खेमा नजर आने वाले हैं । हालांकि प्रदेश कार्यकारिणी से कुछ नेता बाहर होंगे और उनकी जगह नए नेताओं को मौका मिलने वाला है। वहीं, मौजूदा पदाधिकारियों में से कई को प्रमोशन भी मिल सकता है। राठौड़ फिलहाल भाजपा के तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी द्वारा बनाई गई टीम के साथ काम कर रहे हैं। हालांकि मौजूदा हालात में मदन राठौड़ मौजूदा टीम में ज्यादा बदलाव नहीं करने जा रहे हैं। राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक राठौड़ की नई टीम विधानसभा उपचुनाव को ध्यान में रखते हुए और जातिगत व क्षेत्रीय समीकरणों को संतुलित करते हुए बनाई जाएगी।
तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने अध्यक्ष बनने के बाद दो बार टीम में किए थे बदलाव
बता दें कि तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने अध्यक्ष बनने के बाद दो बार टीम में बदलाव किए थे। पहली बार उन्होंने विधानसभा चुनाव को देखते हुए 1 जुलाई 2023 को अपनी टीम घोषित की थी। वहीं,दूसरी बार उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले 2 मार्च 2024 को अपनी टीम में बदलाव किया था। अब मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ की पहली परीक्षा इसी साल 6 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव होंगे। ऐसे में उनकी नई टीम में इन उपचुनावों की झलक भी साफ तौर पर देखने को मिलेगी। मौजूदा टीम से कई नेता बाहर हो सकते हैं। इनमें प्रदेश उपाध्यक्ष चुन्नीलाल गरासिया, सीआर चौधरी, मोतीलाल मीना और नाहर सिंह जोधा शामिल हैं। चुन्नीलाल गरासिया को पार्टी ने राज्यसभा भेजा है। वहीं सीआर चौधरी को राज्य सरकार ने किसान आयोग का अध्यक्ष बनाया हैं। ऐसे में इन दोनों नेताओं की जगह नए चेहरों को मौका मिलना तय माना जा रहा है। प्रदेश महासचिवों में दामोदर अग्रवाल और ओमप्रकाश भड़ाना बाहर हो सकते हैं। बता दें कि दामोदर अग्रवाल भीलवाड़ा से सांसद बन चुके हैं। जबकि ओमप्रकाश भड़ाना को देवनारायण बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है।
राजस्थान भाजपा में 13 प्रदेश मंत्रियों में से ज्यादातर नेताओं की संगठन के पदों से छुट्टी होना तय
राजस्थान भाजपा में 13 प्रदेश मंत्रियों में से ज्यादातर नेताओं की संगठन के पदों से छुट्टी होनी तय है। वैसे भी प्रदेश कार्यकारिणी में अधिकतम 5 से 6 प्रदेश मंत्री बनाए जाते हैं। लेकिन सीपी जोशी ने चुनाव को देखते हुए ज्यादा प्रदेश मंत्री बनाए थे। फिलहाल प्रदेश भाजपा टीम में 10 उपाध्यक्ष, 05 महासचिव, 13 प्रदेश मंत्री, एक कोषाध्यक्ष और सह कोषाध्यक्ष हैं। जानकारी के अनुसार नई टीम में ज्योति मिर्धा और मुकेश दाधीच को प्रमोशन मिल सकता है। बताया जा रहा है कि प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ की इस टीम में जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों का खास खयाल रखा जाएगा।
भाजपा की नई टीम में ओबीसी, एससी और एसटी वर्ग पर फोकस !
फिलहाल भाजपा ओबीसी, एससी और एसटी वर्ग पर फोकस कर सकती है। क्योंकि जिन 6 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, वहां इन वर्गों के मतदाता सबसे ज्यादा हैं। खासकर राठौड़ की नई टीम में जाट, गुर्जर समाज से नए चेहरे जरूर शामिल किए जाएंगे। खींवसर और झुंझुनूं सीट पर जाट समाज निर्णायक माना जाता है। इसी तरह देवली-उनियारा और दौसा में गुर्जर और मीना वोट बैंक निर्णायक हैं। ऐसे में इन समाज से भी नए चेहरे टीम में नजर आएंगे। वहीं चौरासी और सलूंबर उपचुनाव को देखते हुए मदन राठौड़ की टीम में आदिवासी चेहरों को जगह मिल सकती है। बता दें कि भाजपा विधायक अमृतलाल मीना के निधन के बाद सलूंबर सीट खाली हुई है।
निर्दलीय विधायकों की फोटो वायरल, पक रही सियासी खिचड़ी
वहीं प्रदेश में बीजेपी में संगठन और मोर्चों में होने वाले बदलाव के चलते वसुंधरा खेमा भी पूरी तरह से एक्टिव हो गया है, दरअसल जयपुर की एक होटल में एकत्रित हुए निर्दलीय विधायकों की एक फोटो वायरल हो रही हैं, इसमें ज्यादातर विधानसभा चुनावों में भाजपा से टिकट मांगने वाले विधायक हैं, जो भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़े और चुनावों में जीत हासिल की । बताया जा रहा है कि राजस्थान के निर्दलीय विधायकों की वायरल तस्वीर जयपुर के पांच सितारा होटल की है। तस्वीर में डीडवाना से MLA युनुस खान, शिव से MLA रविंद्र सिंह भाटी, बाड़मेर MLA डॉ. प्रियंका चौधरी, सांचौर MLA जीवाराम चौधरी, चितौड़गढ़ MLA चंद्रभानसिंह आंक्या और बयाना MLA ऋतु बनावत दिखाई दे रहे हैं । बता दें कि इनमें विधायक युनूस खान वसुंधरा के बेहद करीबी माने जाते हैं । लिहाजा इन विधायकों का एक साथ होना राजस्थान की राजनीति में कोई बड़ा संकेत हैं । हालांकि वसुंधरा के पद, कद और मद वाले बयान के बाद से वसुंधरा गुट में सियासी हलचल तेज हो गई है ।