बड़ा सख्त है नियम? गलती करने पर हाथियों को भी मिलती है सजा, पुकारा जाता है नाम से

इंसान हो या जानवर सामाजिक नियम सभी के जीवन पर लागू होता है. वहीं जब बात गजराज की हो तो वह इससे दूर नही है. गलती करने पर हाथियों को भी झुंड निकाला का फरमान सुना दिया दिया जाता है. हजारीबाग के दारू प्रखंड में पिछले एक सप्ताह से एक नर हाथी का उत्पात देखने को मिल रहा है. यह हाथी कभी इचाक प्रखंड तो कभी दारू प्रखंड तो कभी किसी दूसरे क्षेत्र में नजर आ रहा है. दरअसल, यह बिछड़ा हुआ हाथी नहीं है बल्कि समूह से बहिष्कृत हाथी है. जंगली जानवरों पर पर शोध करने वाले मुरारी सिंह भी बताते हैं कि व्यस्क हाथी कभी भी समूह से बिछड़ता नहीं है. अभी जो हाथी हजारीबाग के कुछ क्षेत्रों में तबाही मचा रहा है वह व्यस्क नर हाथी है और उसके दो बड़े-बड़े दांत भी हैं.
हाथियों को भी करना पड़ता है समूह नियम का पालन
शोधकर्ता मुरारी सिंह आगे बताते है कि दुनिया भर में हाथियों के जीवनशैली पर कई शोध किया गया है. लेकिन सभी के परिणाम में कुछ चीज़ें कॉमन है. शोध के अनुसार हाथियों का समूह सबसे विकसित समूह होता है जो एक दूसरे को इंसानों की तरह नाम से पुकारते हैं. जब समूह का कोई हाथी नियम का पालन नहीं करता है तो समूह के नेतृत्वकर्ता उसे बहिष्कृत कर देते हैं. कोई भी हाथी समूह का नेतृत्व करता मादा हथनी होती है. और समूह की रक्षा करने के लिए सेनापति नर हाथी होता है. सेनापति नर हाथी समूह के सभी हथनी के साथ सहवास करता है. समूह में अक्सर नए जवान हाथी नियम तोड़ते हुए हथिनी के साथ सहवास करने की कोशिश करते हैं. ऐसी स्थिति में नियम तोड़ने का उन्हें दंड दिया जाता है. उसे समूह से बहिष्कृत कर दिया जाता है.
इसलिए विद्रोही हो जाता है हाथी
दरअसल, हाथी के सर और कान के बीच में एक ग्रंथि होता है. हाथी के व्यस्त होने पर एक तरल पदार्थ का रिसाव उसे ग्रंथि से होता है. इस दौरान हाथी चिड़चिड़ा हो जाता है. वह विद्रोही हो जाता है. समूह के नियम का अनुपालन नहीं करता है. ऐसे में बहिष्कृत हाथी और भी चिड़चिड़ा होकर इंसानी इलाकों तक पहुंच जाता है.
हजारीबाग में भी बहिष्कृत हाथी ही मचा रहा है तबाही
वन विभाग के पश्चिमी वन प्रमंडल के एसीफ एके परमार बताते हैं जो हाथी हजारीबाग में तबाही मचा रहा है वह बहिष्कृत हाथी है. जब किसी जानवर को या इंसान को समाज से बहिष्कृत किया जाता है, तो वह चिड़चिड़ा और घातक हो जाता है. कुछ यही स्थिति इस हाथी के साथ हुई है. उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा है कि जो हाथी से उससे दूरी बनाकर रहे. अगर गांव में प्रवेश कर रहा है तो लाल मिर्च जलाएं ताकि वह दूर चला जाए. कोशिश करें कि घर के अंदर ही रहे और इसकी सूचना वन विभाग को दें. उन्होंने यह भी कहा है कि यह हाथी बेहद खतरनाक साबित हो रहा है ऐसे में सावधानी बचाव है.