टूट कर बिखरने से कयामत ढा देगा ये जहाज

क्या ऐसा भी हो सकता है कि युद्ध में तबाही के लिए तैयार किया गया सामान या हथियार दशकों बाद उसी देश के खतरा बन जाए जिसने उसने बनाया था? जी हां ऐसा हो रहा है. द्वितीय विश्व युद्ध में एक खास जहाज तैयार किया गया था, लेकिन आज वह अपनी जगह पर डूबने वाला है. चिंता का बात यह है कि इसमें इतना गोला बारूद है कि अगर ये फट जाए तो नदी में सुनामी आने से तबाही का मंजर देखने को मिलेगा.

डूम्सडे रेक यानी “प्रलय का दिन” जहाज के एक नए सर्वे से पता चला है कि यह ढह रहा है.  द्वितीय विश्व युद्ध के 1,400 टन विस्फोटकों से भरे इस जहाज के कारण ब्रिटेन की टेम्स नदी में सुनामी आने का खतरा है. अगस्त 1944 में एसएस रिचर्ड मोंटगोमरी टेम्स नदी के मुहाने में डूब गया था, जो केंट के शीरनेस से लगभग डेढ़ मील दूर, लगभग 49 फीट की गहराई पर आकर रुका था.

फिलहाल उसके मस्तूल अभी भी पानी की रेखा से ऊपर हैं और उन्हें हटाने की योजना बनाई जा रही है, ताकि वे मलबे पर गिरकर विस्फोट न कर दें. लेकिन अब जहाज के एक नए सर्वेक्षण से जहाज के हिस्सों के टूटने या बिखरने के “चिंताजनक” संकेत सामने आए हैं, जो पिछले सर्वेक्षण के बाद से एक साल में देखे गए हैं.

नई रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि “होल्ड तीन के पास डेक स्पेस बंदरगाह की तरफ ढहना शुरू हो गया है. ऐसा लगता है कि यह हाल ही में हुआ है”. सर्वेक्षण में यह भी पाया गया  कि “ऐसा लगता है कि मलबे का आगे का हिस्सा दो भागों में अलग हो रहा है”, एक बयान में, परिवहन विभाग ने कहा कि इसकी प्राथमिकता “जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना और एसएस रिचर्ड मोंटगोमरी से पैदा होने वाले किसी भी जोखिम को कम करना” है.

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