बांग्लादेशी महिलाओं की जानकारी जुटाने इंदौर-कोलकाता जाएंगी टीमें
कानपुर में कल्याणपुर थाना क्षेत्र से बांग्लादेशी महिलाओं के पकड़े जाने के बाद पुलिस और आईबी, एटीएस जैसी तमाम खुफिया एजेंसियों की टीमों ने कोलकाता और दिल्ली का रुख कर लिया है। बांग्लादेशी महिला अखीमुंशी और नाजमा के हर उस ठिकाने, रूट व दिनचर्या का सत्यापन करने में जुटी हैं, जो अब तक की पूछताछ में उनसे पता चला है।
जांच एजेंसियां यह साफ करना चाहती हैं कि बांग्लादेश की सीमा पार कर भारत में दाखिल होने के बाद उन्होंने जितना समय बताया, उतना ही बिताया है या किन्हीं और लोगों के भी संपर्क में थीं। उधर, पूछताछ में अखीमुंशी का इंदौर कनेक्शन भी पता चला है। अखीमुंशी का जो आधार कार्ड बना, वह इंदौर के पते का है। सूत्रों की मानें, तो वह एक-दो बार वहां गई है।
हालांकि उसने काम की तलाश में जाने की बात कही, लेकिन जांच अधिकारी वहां से भी साक्ष्य जुटाने के लिए इसी हफ्ते रवाना हो सकते हैं। बता दें, बांग्लादेश की सीमा पार करने के बाद नाजमा ने अखीमुंशी ने एक साथ कोलकाता में काफी समय व्यतीत किया था। इसके बाद नाजमा पहले अखीमुंशी के साथ लखनऊ पहुंची और वहां से कानपुर आ गई थी। डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि अब तक की जांच में सामने आया है कि अखीमुंशी 20 साल पहले भारत आ गई थी। वह और नाजमा बांग्लादेश में एक ही मोहल्ले की रहने वाली है।
2023 में भी कोलकाता आ चुकी है नाजमा
डीसीपी के मुताबिक अखीमुंशी लखनऊ से पहले कोलकाता में रही। वहीं, नाजमा अक्तूबर 2023 में कोलकाता आ चुकी थी। हालांकि तब वह लौट गई थी। भारत में रहने के दौरान दोनों ने दुर्गा पूजा का समय एक साथ कोलकाता में व्यतीत किया। इसी दौरान नाजमा की मुलाकात रीना और ज्योति से हुई थी।
आधार व पैन का कराया जाएगा सत्यापन
डीसीपी वेस्ट ने बताया कि इंदौर के पते पर बने आधार के सत्यापन के लिए यूआईएआई (यूनीक आईडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया) और पैनकार्ड के लिए आयकर विभाग के साथ पत्राचार किया जाएगा। कहा कि जल्द ही एक टीम सारी जानकारियों को सत्यापित करने के लिए कोलकाता भी भेजी जाएगी।
इस मामले में आईबी और एटीएस भी काम कर रही है। वह जैसे जानकारी हमसे साझा करेंगी। उसके आधार पर हम आगे की रणनीति बनाकर उस कार्रवाई करेंगे। जहां-जहां जानकारी मिलेगी हम वहां पर चेकिंग अभियान चलाएंगे। -हरीश चंदर, एडीशनल पुलिस कमिश्नर कानून व्यवस्था