कानपुर में बनेंगे एडवांस तेजस लड़ाकू विमान के ब्रेक पैराशूट और हावर क्राफ्ट का बेस सिस्टम

कानपुर की ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड की इकाई आयुध पैराशूट निर्माणी (ओपीएफ) एडवांस तेजस लड़ाकू विमान के ब्रेक पैराशूट बनाएगी। निर्माणी ने इसका प्रोटोटाइप तैयार कर लिया है। दिसंबर में लड़ाकू विमान में फिट करके इसका फील्ड ट्रायल शुरू किया जाएगा। इसके अलावा निर्माणी देश में पहली बार हावर क्राफ्ट का बेस सिस्टम बनाएगी।

मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत निर्माणी में अभी सुखोई, हॉक, मिराज, जगुआर, तेजस, मिग 21, मिग-29 लड़ाकू विमानों के ब्रेक और पायलट पैराशूट बनते हैं। ब्रेक पैराशूट की मदद से लड़ाकू विमानों को रनवे पर सुरक्षित उतारा जाता है। छोटे रनवे या समुद्री जंगी जहाजों में इन पैराशूटों की मदद से सुरक्षित लैडिंग होती है। देश में अब तेजस लड़ाकू विमान का आधुनिक संस्करण बनाया गया है। इस विमान का के ब्रेक पैराशूट का प्रोटोटाइप ओपीएफ में बनाया गया है।

यूनिक्रॉस आकार के पैराशूट में कुल सात सब असेंबली हैं। इस पैराशूट की छतरी में इस्तेमाल किया जाने वाला मूल कपड़ा नायलॉन 66 प्रकार का है। करीब 10 किलो ग्राम भार वाले इस पैराशूट का प्रोटोटाइप बनाया गया है। यह पैराशूट सामान्य 285-300 किलोमीटर प्रति घंटा से आपात स्थिति में 340-350 किलोमीटर प्रति घंटा रफ्तार होने पर विमान को रोकने में सक्षम होगा। इसे 10 साल तक या 50-55 बार इस्तेमाल में लाया जा सकेगा।

पानी में तैरता और जमीन पर चलता है हावर क्राफ्ट
निर्माणी में पहली बार हावर क्राफ्ट का बेस सिस्टम तैयार किया जाएगा। क्राफ्ट का बेस रबर का बना होता है। निर्माणी में सेना के लिए इन्फ्लेटेबल बोट, ब्रिज आदि का निर्माण लंबे समय से होता रहा है। अब क्राफ्ट का बेस सिस्टम नौसेना और कोस्ट गार्ड की मदद से तैयार किया जाएगा। इसके लिए इसी महीने टीम निर्माणी आएगी। उनकी जरूरत के मुताबिक बेस सिस्टम तैयार किया जाएगा। हावर क्राफ्ट पानी, जमीन, कीचड़ और घास पर चलने में सक्षम होता है। समुद्र या विशेष ऑपरेशन में हावर क्राफ्ट मददगार साबित होते हैं।

अगले कुछ माह में ब्रेक पैराशूट के होंगे फील्ड ट्रायल
एडवांस तेजस लड़ाकू विमान के ब्रेक पैराशूट का प्रोटोटाइप तैयार कर लिया गया है। अगले कुछ महीनों में इसके फील्ड ट्रायल शुरू किए जाएंगे। साथ ही हावर क्राफ्ट के बेस सिस्टम को पहली बार बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। हावर क्राफ्ट एक नया काम होगा। रबर उत्पाद निर्माणी में पहले से ही बनाए जा रहे हैं। – वीके तिवारी, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, जीआईएल

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