बारिश के मौसम में घर को सीलन से बचाए रखने के लिए करें ये तैयारियां

मानसून की शुरुआत हो चुकी है। गर्मी के बाद मानसून का आगमन वैसे तो सुकून का एहसास देता है, लेकिन साथ ही साथ इस मौसम में कई तरह की बीमारियों और दूसरी समस्याओं का भी खतरा बढ़ जाता है। डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड, जॉन्डिस, दस्त इस मौसम में होने वाली आम समस्याएं हैं, लेकिन इसमें एक और प्रॉब्लम भी शामिल है, जिसके खतरों से लोग अंजान हैं और वो है सीलन। घर की दीवारों पर होने वाली सीलन देखने में तो खराब लगती ही है, साथ ही इससे एलर्जी की परेशानी भी हो सकती है। अगर आप सीलन से घर को बचाए रखना चाहते हैं, तो एक नजर घर की इन चीजों पर डालें और अगर कहीं खराबी हो, तो तुरंत ठीक करा लें।

खिड़की और दरवाजे
शुरुआत घर के खिड़की, दरवाजों से करें। इनके ज्वॉइंट्स चेक करें। घर में अगर स्प्लिट एसी लगी है और उसका आउटर छत या दीवार पर सेट किया गया है, तो दीवार में जहां से पाइप आ रही है, उस जगह का अच्छे से निरीक्षण करें। अगर वह खुली हो, तो उसे सील कर दें और वॉटरप्रूफिंग कर दें।

छत की टूट-फूट कर लें ठीक
अगर छत में कोई दरार है, तो उसे भी बारिश शुरू होने से पहले ठीक करा लें, क्योंकि इससे सीलन होने की पूरी-पूरी संभावना होती है। कई बार डिश एंटीना, वाईफाई लगवाते समय दीवार पर कील लगानी पड़ती है। जिससे दीवार में दरार आ जाती है, तो इन दरारों में सीमेंट या वॉटरप्रूफ कंपाउंड की फीलिंग कर दें।

ड्रेनेज पाइप करें चेक
बारिश का पानी छत, बालकनी से जिन-जिन पाइप से होकर नीचे जाता है, उन सभी पाइप को भी अच्छे से चेक कर लें कि कहीं कोई लीकेज तो नहीं या कचड़ा वगैरह तो नहीं फंसा हुआ है। इसके अलावा जहां पानी की टंकी होती है, वहां भी ड्रेनेज पाइप को जरूर चेक करें।

हटाएं दीवार में उगे पौधे
छत या दीवार की दरार में कई बार पीपल, बरगद या दूसरी झाड़ियां उग आती हैं। ध्यान न देने पर इनकी जड़े मजबूत होती जाती है और इससे दीवार में दरार भी बढ़ती जाती है, जिससे सीलन की समस्या बहुत ज्यादा बढ़ सकती है। बारिश शुरू होने से पहले इनकी भी साफ-सफाई कर लें।

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