दमोह के स्कूल में शुरू हुई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लैब, नई तकनीक पढ़ रही हैं छात्राएं

दमोह के ईएफए जेपीबी कन्या हायर सेकंडरी स्कूल में 40 कंप्यूटरों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लैब शुरू की गई हैं। यह जिले की पहली कंप्यूटर लैब है, जहां एआई-बेस्ड मशीन लर्निंग के माध्यम से छात्राओं को पढ़ाया जा रहा है। इसमें थ्रीडी फिल्म से लेकर कंप्यूटर विज्ञान की नई-नई तकनीकों की जानकारी दी जाएगी। इससे छात्राओं को नवीनतम तकनीक के ज्ञान के साथ ही आईटी में रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। स्कूल में कक्षा 9 से कक्षा 12 की छात्राओं के लिए यह सुविधा प्रदान की गई है। जिले के अन्य किसी भी स्कूल में इस तरह की लैब नहीं है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसी विधि है, जिसमें कंप्यूटर द्वारा नियंत्रित रोबोट या सॉफ्टवेयर को मानव मस्तिष्क की तरह बुद्धिमानी से सोचने में सक्षम बनाया जाता है। लैब प्रभारी शिक्षक शरद मिश्रा एवं रामरतन विश्वकर्मा ने बताया कि केंद्र और प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 52 जिलों में ईएफए स्कूलों को अपग्रेड किया है। स्कूल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लैब खोली गई है। जेबीपी स्कूल की लैब जिले की एकमात्र लैब है। शासन ने अलग से व्यवसायिक शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। लैब में 40 सीटें है। कक्षा नौ में प्रवेश लेने वाली छात्राएं संस्कृत विषय की जगह एआई विषय को चुनकर पढ़ाई कर रही हैं। शरद मिश्रा ने बताया कि एआई लैब में स्मार्ट सेंसर, मानव-निर्मित सामग्री, निगरानी उपकरण और सिस्टम लॉग जैसे विविध स्रोतों से बड़ी मात्रा में डेटा एकत्र किया है। किसी घटना या विषय के बारे में जानकारी डालने पर कुछ ही पलों में जानकारी उपलब्ध हो जाती है। स्कूल प्राचार्य डीके मिश्रा ने बताया कि स्कूल में 40 कंप्यूटर की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लैब तैयार की गई है। आधुनिक कंप्यूटर विज्ञान से जुड़ी तकनीक के बारे में पढ़ाया जा रहा है। अलग से शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। भविष्य में यह तकनीक काफी कारगर साबित होगी।

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