दुनिया के सात अजूबों में शामिल ताज महल से जुड़े ये 7 अनसुने रहस्य कर देंगे हैरान
शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज की याद में ताज महल का निर्माण करवाया था, लेकिन आप अब तक सुनते आए होंगे कि शाहजहां ने इसे बनाने वाले मजदूरों के हाथ कटवा दिए थे। ऐसे में, अगर हम कहें कि इस कहानी में थोड़ा झोल है… तो? जी हां, बताया जाता है कि जिस आर्किटेक्ट ने ताज बनाया, उन्होंने ही आगे चलकर लाल किले की नींव भी रखी, जिनका नाम था उस्ताद अहमद लाहौरी (Ustad Ahmad Lahori)। चलिए आज इस आर्टिकल में आपको ताज महल से जुड़े ऐसे ही रोचक तथ्यों से रूबरू करवाते हैं।
क्या आप जानते है कि ताजमहल बनाने वाले मजदूरों के हाथ कटवा देने वाली कहानी में थोड़ा घपला है? दरअसल, बताया जाता है कि उस्ताद अहमद लाहौरी, जो इस इमारत के बड़े आर्किटेक्ट थे, उन्होंने ही आगे चलकर लाल किले की नींव रखने का काम भी किया था। ऐसे में, दादी-नानी द्वारा सुनाई गई प्रचलित कहानी में थोड़ा झोल देखने को मिलता है।
ताज-सी इमारत पूरी दुनिया में नहीं है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे बनाने में करीब 20 साल लग गए थे? जी हां, इसकी कंस्ट्रक्शन साल 1632 में शुरू हुई थी, जिसमें Armenia, Italy, France और Turkey जैसे कई देशों के कारीगरों में साथ काम किया था। जोधपुर से व्हाइट मकराना मार्बल, तो वहीं Egypt, Russia, China और Afghanistan जैसे देशों से कीमती पत्थर भी लाए गए थे।
जाहिर है प्रदूषण का असर आज हर चीज पर नजर आता है, ऐसे में क्या आपको मालूम है कि ताज को स्पा (Spa Day) भी दिया जाता है? जी हां, आपको जानकर हैरानी होगी कि इतने बड़े ताज को मुल्तानी मिट्टी स्पा दिया जाता है, जिससे यह दोबारा चमक उठता है।
हर साल यहां लाखों की संख्या में टूरिस्ट आते हैं, लेकिन भला कौन जानता है कि असल राज तो छिपा है दीवारों और मीनारों में। जी हां, ताज की चारों मीनारें (Smart Minarets) बाहर की तरफ झुकी हुई हैं, जिससे अगर किसी भूकंप (Earthquake) की वजह से ये गिरती भी हैं, तो ताज को कुछ नहीं होगा।
क्या आपको मालूम है कि ताज रंग भी बदलता है? हां, बिल्कुल! सुबह-सुबह जहां ये ताज हल्के पिंक कलर का दिखता है, तो वहीं शाम को मिल्की व्हाइट और चांदनी रात में यह ब्राइट सिल्वर हो जाता है।
कहा जाता है कि शाहजहां का एक और सपना था। वे चाहते थे कि ऐसा ही एक ताज (Black Taj) नदी के उस पार भी बने, जिसके लिए काले संगमरमर का इस्तेमाल किया जाए। हालांकि, ऐसा हो नहीं पाया, क्योंकि शाहजहां के बेटे औरंगजेब ने उन्हें आगरा के किले में कैद कर लिया।
आज ताज महल के अंदर मुमताज और शाहजहां की शान में बनी दो कब्रें नजर आती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये उनकी असली कब्रें नहीं हैं? हां, सही पढ़ा आपने! दरअसल, शाहजहां और उनकी बेगम दुनिया की नजरों से दूर एक शांत कमरे में दफन हैं, जो कि गार्डन लेवल पर है।