आखिरकार पेरिस के समझौते से अलग हुआ अमेरिका, डोनाल्ड ट्रंप ने की इसकी घोषणा
वाशिंगटन : पहले जो आशंका व्यक्त की जा रही थी आखिर वह सच साबित हुई. अमेरिका अंततः पेरिस समझौते से अलग हो गया. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसका एलान कर दिया. उन्होंने कहा कि वह पर्यावरण के मुद्दे पर नए समझौते के लिए चर्चा करेंगे. बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने इस फैसले के संकेत जी-7 सम्मेलन में पहले ही दे दिये थे. हालांकि अमेरिका को पेरिस समझौते से औपचारिक तौर पर हटने में तकरीबन तीन साल का समय लगेगा.
उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने विगत शनिवार को इटली के सिसली में जी-7 की बैठक में इसके संकेत दिए थे. ट्रम्प का कहना है कि भारत और चीन के लिए पेरिस समझौते का पालन करना इतना मुश्किल नहीं है जितना अमेरिका के लिए है. इस बीच पेरिस के मेयर ने ट्रंप के इस एलान को बड़ी गलती करार दिया है. माना जाता है कि ट्रंप ने अमेरिका की पर्यावरण संरक्षण एजेंसी (ईपीए) के प्रशासक और तेल उद्योग जगत के सहयोगी स्कॉट प्रूइट के साथ मिलकर पेरिस समझौते से बाहर होने की शर्तो पर काम किया.
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बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के इस फैसले से अमेरिका के अभिन्न सहयोगी समझे जाने वाले यूरोपीय देश भी ट्रंप के फैसले से अलग हो सकते हैं. इसके दूरगामी विपरीत परिणाम सामने आएँगे. तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा के अथक प्रयासों से करीब 200 देशों के साथ 2015 में पेरिस में पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ था. इसके तहत साल 2025 तक कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में 26 से 28 फीसद (वर्ष 2005 के स्तर से) तक की कमी लाने पर सहमति बनी थी.