विश्व योग दिवस: राजभवन का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज
राजभवन ने योग शपथ अभियान में विश्व कीर्तिमान बना दिया। राजभवन का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हो गया। राज्य विश्वविद्यालयों के सहयोग से राजभवन में 25,93,276 लोगों को योग प्रतिज्ञा दिलाने से यह सफलता मिली। गिनीज वर्ल्ड के प्रतिनिधि ने शुक्रवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रमाण पत्र सौंपा। अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 12 विश्वविद्यालयों को राज्यपाल ने प्रशस्ति पत्र दिया।
योग प्रतिज्ञा अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 12 विश्वविद्यालयों को प्रशस्ति पत्र दिया गया
प्रदेश स्तर पर 12 जून से 18 जून 2024 तक संचालित योग शपथ अभियान में विश्व कीर्तिमान स्थापित होने पर राजभवन में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अवार्ड सेरेमनी आयोजित हुआ। इसमें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधि एडज्यूडीकेटर कुमारी आयनी तूरबली ने राज्यपाल को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रमाण पत्र देकर इसे एक अद्भुत व शानदार उपलब्धि बताई। योग प्रतिज्ञा अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 12 विश्वविद्यालयों को प्रशस्ति पत्र दिया गया। इन विश्वविद्यालयों में छत्रपति शाहूजी महाराज विवि कानपुर, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि लखनऊ, महात्मा ज्योतिबा फूले रूहेलखंड विवि बरेली, लखनऊ विवि, दीनदयाल उपाध्याय विवि गोरखपुर, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी, चौधरी चरण सिंह विवि मेरठ, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विवि जौनपुर, प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) विवि प्रयागराज, डॉ भीमराव अंबेडकर विवि आगरा, डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विवि अयोध्या व बुंदेलखंड विवि झांसी शामिल रहे।
सकारात्मक परिणाम के लिए साथ में मिलकर कार्य करना आवश्यकः राज्यपाल
इस अवसर पर राज्यपाल ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि जब हम किसी भी कार्य के प्रति संकल्पित होते हैं तथा खुद पर भरोसा रखते हैं तो वह कार्य संपन्न हो जाता है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक परिणाम के लिए साथ में मिलकर कार्य करना आवश्यक होता है। उन्होंने किसी भी कार्य की सफलता के लिए टीम वर्क की आवश्यकता बताई और कहा कि टीम बनाते वक्त टीम के सदस्यों की विशेषज्ञता का भी ध्यान रखना आवश्यक होता है। राज्यपाल ने कहा कि भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। कहा कि विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों की संख्या के अनुपात में शत-प्रतिशत शपथ ग्रहण किया जाना चाहिए।
योग हमारे पूर्वजों और विरासत के प्रति सच्ची श्रद्धाः योगी
राजभवन प्रांगण में आयोजित सामूहिक योगाभ्यास में शामिल हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि योग हमारे पूर्वजों और विरासत के प्रति सच्ची श्रद्धा है। उन्होंने कहा कि योग मानवता के अनुकूल है, जो देश, समाज, काल परिस्थितियों से बाधित होकर भी संपूर्ण मानवता के कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करता है। इस कार्य के साथ यदि हम जुड़ते हैं और संपूर्ण मानवता को जोड़ते हैं तो यह पूर्वजों और विरासत के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धा कहलाती है। योगी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस हम सभी के लिए भारत की इसी परंपरा के प्रति, इसी श्रद्धा को व्यक्त करने का एक माध्यम है। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई और फिर राजभवन गीत प्रस्तुत किया गया। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को तुलसी का पौधा देकर उनका अभिनंदन किया।