नैनीताल में पर्यटन पुलिस फेल, जाम की समस्या से नहीं मिल रही निजात
नैनीताल नगर में पर्यटन सीजन में व्यवस्थाएं दुरुस्त करने वालों का शायद होमवर्क कमजोर है तभी तो सीजन से पहले किए जाने वाले उनके वादे और कवायद फेल हो जाती है। करीब एक दशक पहले यहां पर्यटन पुलिस की पहल की खूब तारीफ भी हुई थी। बाद के वर्षों में इस अवधारणा को ही किनारे कर दिया गया और रेगुलर पुलिस के जिम्मे पर्यटन से लेकर यातायात संभालने का जिम्मा आ गया। विशेष प्रशिक्षण प्राप्त पुलिसकर्मी नहीं होने से पर्यटकों के सामने जहां पुलिस की छवि खराब हो रही है वहीं जाम की समस्या आम हो गई है।
यातायात नियम तोड़ने पर एमवी एक्ट में हुए चालान
तल्लीताल थाने के अनुसार इस वर्ष जनवरी से अब तक 1873 वाहन चालकों के चालान एमवी एक्ट के तहत किए गए हैं। इनमें 91 वाहनों को सीज करने और कोर्ट चालान किए गए हैं। मल्लीताल कोतवाली पुलिस और कोतवाली के अधिकारी आंकड़े नहीं बता सके।
85 अतिरिक्त फोर्स की मांग, मिले मात्र 25
तल्लीताल थाने से पर्यटन सीजन में 85 अतिरिक्त फोर्स की मांग की गई थी। इसमें से मात्र 25 अतिरिक्त पुलिस बल थाने को मिला। इसमें एसआई, हेड कांस्टेबल, कांस्बेबल, महिला कांस्टेबल, पीएससी शामिल हैं।
नगर में दस स्थानों पर चल रही हेल्प डेस्क
पुलिस-प्रशासन ने रूसी बाईपास, तल्लीताल, इंडिया होटल के समीप, रिक्शा स्टैंड मल्लीताल, नारायण नगर, बारापत्थर, मस्जिद तिराहा, चीना बाबा तिराहा, घोडा स्टैंड, सूखाताल में हेल्प डेस्क बनाई है। यहां पर्यटक गुमशुदगी, ठगी और होटल में कमरे की बुकिंग की समस्या समेत अन्य शिकायत लेकर पहुंचते हैं।
इन बातों पर गौर किया जाए तो सुधरेगी व्यवस्था
प्रदेश में पर्यटन पुलिस का अलग संवर्ग बनाने की तैयारी है लेकिन यह कब साकार होगा यह सवालिया निशान है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीते वर्षों के उत्तराखंड दौरे में भी पर्यटन प्रदेश में पर्यटन पुलिस की वकालत की थी।
30 से अधिक पुलिसकर्मियों को भौगोलिक जानकारी समेत अन्य प्रशिक्षण देकर पर्यटन पुलिस की व्यवस्था शुरू की थी।
हाल के वर्षों में पुलिस पर्यटन के मौसम में सीजनल वालंटियर भी तैनात करती थी लेकिन अब यह व्यवस्था भी डिरेल है।
शहर में पार्किंग का विस्तार हो तो स्वत: ही शहर में जाम से निजात मिल सकेगी। वर्तमान स्थिति को देखते हुए रूसी बाईपास, नारायण नगर और सेनटोरियम में बनाई गई पार्किंग में पार्क किया जाता है। सुव्यवस्था के लिए पुलिस को भी नियमित दिशानिर्देश दिए जाते रहते हैं।
-हरबंश सिंह, एसपी क्राइम व यातायात नैनीताल