बुध प्रदोष व्रत पर पूजा के समय करें ये खास उपाय, चमक उठेगा सोया हुआ भाग्य

सनातन पंचांग के अनुसार, 19 जून को बुध प्रदोष व्रत है। यह पर्व देवों के देव महादेव को समर्पित होता है। इस दिन महादेव संग मां पार्वती की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त यानी नाम से प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस व्रत का पुण्य फल साधक को दिन अनुसार प्राप्त होता है। बुध प्रदोष व्रत करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही कारोबार और रोजगार को नया आयाम मिलता है। इस व्रत को करने से कुंडली में बुध ग्रह भी मजबूत होता है। साथ ही साधक पर भगवान गणेश की विशेष कृपा बरसती है। ज्योतिष शास्त्र में प्रदोष व्रत पर विशेष उपाय करने का भी विधान है। इन उपायों को करने से सभी प्रकार की परेशानी दूर हो जाती है। अगर आप भी आर्थिक तंगी समेत सभी प्रकार के दुखों से निजात पाना चाहते हैं, तो बुध प्रदोष व्रत पर पूजा के समय ये उपाय जरूर करें।

बुध प्रदोष व्रत उपाय
बुध प्रदोष व्रत पर विधि-विधान से शिव परिवार की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करें। भगवान गणेश को दूर्वा अति प्रिय है। आप 11 या 21 की क्रम संख्या में भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित कर सकते हैं।
भगवान गणेश को मोदक अति प्रिय है। इसके लिए बुध प्रदोष व्रत पर भगवान गणेश को मोदक अवश्य अर्पित करें। इस समय आप अपनी इच्छा भगवान गणेश से प्रकट कर सकते हैं।
भगवान गणेश को मालपुआ भी पसंद है। बुध प्रदोष व्रत के दिन आप गुड़ मिश्रित मालपुआ भगवान गणेश को अर्पित कर सकते हैं। शास्त्रों में निहित है कि भगवान गणेश को मालपुए अर्पित करने से साधक के सभी मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं।
भगवान गणेश की कृपा पाने के लिए बुधवार के दिन पूजा के बाद अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार साबुत मूंग दाल, हरी सब्जी, मौसमी फल आदि चीजों का दान करें। इसके अलावा, गौ माता को चारा खिलाएं।

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