कानपुर: शिकायत मिलते ही पीआरवी की तरह पहुंचेगी केस्को टीम, प्रस्ताव तैयार…
अब केस्को की गैंग पुलिस रिस्पांस व्हीकल (पीआरवी) और एम्बुलेंस सेवा 108 व 102 की तरह काम करेगी। जहां से भी बिजली संबंधी शिकायत आएगी, नजदीक की गैंग तुरंत मौके पर पहुंचकर फॉल्ट सही करेगी। इस तरह की व्यवस्था की योजना केस्को की ओर से बनाई गई है। इस प्रस्ताव को उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन के सामने प्रस्तुत किया जाएगा।
यहां से हरी झंडी मिलने के बाद इस योजना पर काम शुरू होगा। केस्को के इस तरीके को लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, अलीगढ़ समेत अन्य शहरों में भी अपनाया जा सकता है। अभी एक सबस्टेशन पर शिफ्टवार चार गैंग काम करती हैं। अगर किसी सबस्टेशन के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में कई फॉल्ट हो गए तो गैंग उस जगह जल्दी नहीं पहुंच पाती है। नई व्यवस्था में दूसरे सबस्टेशन की गैंग भी भेजी जा सकेगी।
जीपीएस से लैस होगी गैंग
योजना के तहत केस्को अपनी गैंग को जीपीएस से लैस करने पर विचार कर रहा है। इससे उसकी सही लोकेशन मॉनीटर पर नजर आ जाएगी। जहां भी समस्या होगी, नजदीकी गैंग को वहां पर भेज दिया जाएगा। इसके अलावा नई व्यवस्था में केस्को बिजली सप्लाई और राजस्व वसूली का अलग-अलग विभाग तैयार करने की प्लानिंग है।
अधिशासी अभियंता को मिल सकती है ये जिम्मेदारी
इसमें तकनीकी विशेषज्ञ सप्लाई में रहेंगे, उन्हें राजस्व से मतलब नहीं रहेगा। इसी तरह राजस्व से संबंधित अधिकारी को सप्लाई से लेना देना नहीं रहेगा। इस व्यवस्था में चारों सर्किल के अंतर्गत आने वाले कुछ खंड कार्यालयों का विलय किया जा सकता है, जबकि अधिशासी अभियंता को सप्लाई या फिर राजस्व की जिम्मेदारी मिल सकती है। सप्लाई की जिम्मेदारी चीफ इंजीनियर और राजस्व के लिए सुपरिटेंडेंट इंजीनियर की रहेगी।
एक फोन कॉल पर होगा समाधान
नई व्यवस्था में हेल्पलाइन नंबर को और मजबूत किया जाएगा। काम एक कॉल पर हो जाएंगे। इसमें नए कनेक्शन से लेकर बिल संशोधन, बिल भुगतान, लोड बढ़ोतरी के कार्य शामिल हैं। इससे न सिर्फ कार्य समय सीमा में हो जाएंगे, बल्कि रिश्वत लेने की समस्या का भी निदान हो सकेगा।
केस्को में नई व्यवस्था की योजना बनाई गई है, जिससे सप्लाई के साथ ही बिलिंग सिस्टम और बेहतर हो सकेगा। फॉल्ट और ट्रिपिंग होने पर आपूर्ति जल्द हो जाएगी। गैंग के रिस्पांस टाइम को पहले से और अच्छा किया जा रहा है। -सैमुअल पॉल एन, केस्को एमडी