निर्जला एकादशी पर इन उपाय से मनोवांछित फल की होगी प्राप्ति
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सनातन धर्म में एकादशी व्रत का अधिक महत्व है। यह व्रत हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को किया जाता है। ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी के नाम से जाना जाता है। यह एकादशी व्रत 18 जून (Kab Hai Nirjala Ekadashi) को है। धार्मिक मान्यता है कि निर्जला एकादशी के दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना करने से जातक को शुभ फल की प्राप्ति होती है।
निर्जला एकादशी के उपाय (Nirjala Ekadashi Ke Upay)
ज्येष्ठ माह अधिक गर्मी होती है, तो ऐसे में निर्जला एकादशी के दिन लोगों को जल पिलाएं। ऐसा करना शुभ माना जाता है।
अगर आपको जीवन में तरक्की नहीं मिल रही है, तो ऐसे में निर्जला एकादशी पर भगवान विष्णु को मिश्री और मक्खन का भोग लगाएं। साथ ही सच्चे मन से ‘श्री हरि, श्री हरि’ मंत्र का जप 108 बार करें। इससे जातक को कार्यों में सफलता प्राप्त होगी।
निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें और फल, मिठाई, पंचामृत का भोग लगाएं। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होंगी। मान्यता है कि इस उपाय को करने आय में वृद्धि होगी।
आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए निर्जला एकादशी पर भगवान विष्णु का सच्चे मन से कच्चे दूध में केसर मिलाकर अभिषेक करें। इससे श्री हरि प्रसन्न होंगे। साथ ही सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है।
निर्जला एकादशी 2024 डेट और शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 17 जून को प्रातः काल 04 बजकर 43 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन यानी 18 जून को सुबह 06 बजकर 44 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में निर्जला एकादशी व्रत 18 जून को किया जाएगा।