सैर-सपाटे के लिए बेस्ट है दार्जिलिंग का ऑप्शन
Darjeeling की खूबसूरती को अच्छे से एक्सप्लोर करने के लिए गर्मियों का सीजन बेस्ट माना जाता है। पश्चिम बंगाल के उत्तरी भाग में पहाड़ियों पर बसा यह छोटा सा शहर हफ्ते भर की छुट्टियां बिताने के लिए एकदम बेस्ट है। फैमिली के साथ आएं या फिर पार्टनर के साथ एन्जॉयमेंट की फुल गारंटी है। अगर आपके पास ज्यादा वक्त है, तो आसपास ऐसे कई ठिकाने हैं, जहां जाकर आप अपनी ट्रिप को और भी यादगार बना सकते हैं।
टाइगर हिल
उगते हुए सूरज की किरणों से कंचनजंगा की चोटियों को सुनहरा होते हुए देखना एक अलग ही एक्सपीरियंस है। हालांकि इसके लिए आपको तड़के सुबह उठकर यहां पहुंचना होता है, लेकिन यहां का नजारा ऐसा होता है, जो आपको बरसों तक याद रहेगा।
टॉय ट्रेन
टॉय ट्रेन में बैठकर बच्चे ही नहीं बड़े भी खूब एन्जॉय करते हैं। दार्जिलिंग स्टेशन से पहाड़ियों और घाटियों से गुजरती हुई यह छोटी सी ट्रेन घूम स्टेशन पर पहुंचती है, जहां 10 मिनट के ब्रेक के बाद यह वापस दार्जिलिंग के लिए चल पड़ती है। इस पूरे सफर में पूरे दो घंटे लगते हैं। इसके रूट में आने वाला बतासिया लूप सफर का खास अट्रैक्शन है।
बतासिया लूप
अगर आपके पास ट्रेन से सफर का समय न हो, तो बतासिया लूप देखने का समय जरूर निकालें। यहां पर रेलवे लाइन पूरा एक गोल चक्कर लगाती हुई जाती है। आसपास का दृश्य बेहद मनोरम होता है।
दार्जिलिंग रोपवे
इसे रंगीत वैली केबल कार के नाम से भी जाना जाता है। इसका मजा हुए आप दूर-दूर तक फैले चाय बागान, हरी-भरी वादियां, पहाड़ियां, नदियां, झरने और दूर चमकती हुई हिमालय की चोटियों का नजारा भी देख सकते हैं। नीचे उतर कर चाय बागान की सैर भी कर सकते हैं।
दार्जिलिंग जू
इसका असली नाम पद्मजा नायडू हिमालयन जूओलॉजिकल पार्क है और यह हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट के पास ही है। इस जू की खासियत है हिमालय और अन्य ठंडे पहाड़ी प्रदेशों में पाए जाने वाले जानवर। यहां आकर आप रेड पांडा, स्नो लैपर्ड जैसे जानवर देख सकते हैं।
रॉक गार्डन
दार्जिलिंग जू से करीब 10 किलोमीटर दूर रॉक गार्डन है। जहां आकर आप खूबसूरत फूलों की दुनिया देख सकते हैं।
कब जाएं दार्जिलिंग?
यहां जाने के लिए मार्च से जून का महीना बेस्ट होता है। वैसे दुर्गापूजा और क्रिसमस के वक्त भी दार्जिलिंग पर्यटकों से गुलजार रहता है।
कैसे जाएं दार्जिलिंग?
ट्रेन से- यहां आने के लिए आप ट्रेन से न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन आ सकते हैं। वहां से टैक्सी, बसें लेकर आप मुख्य शहर पहुंच सकते हैं। लगभग तीन घंटे लगेंगे यहां पहुंचने में।
फ्लाइट से- फ्लाइट से आ रहे हैं, तो बागडोगरा तक की फ्लाइट लेनी होगी। यहां से भी दार्जिलिंग के लिए कैब आसानी से मिल जाएगी।