यूपी की 80 सीटों पर 2019 के मुकाबले 2.11 फीसदी कम पड़े वोट

मतदान के दिन जैसे-जैसे तापमान बढ़ा, वैसे-वैसे घरों से वोटर कम निकले। इस चुनाव के सातों चरणों में सिर्फ तीसरा चरण ही इसका अपवाद रहा। यूपी की 80 सीटों पर वर्ष 2019 के मुकाबले कुल 2.11 फीसदी वोट कम पड़े।
पहले चरण में पश्चिम की आठ सीटों पर जब मतदान हुआ, तब तापमान करीब 39 डिग्री सेंटीग्रेड था। सातों चरण में पहले चरण के मतदान के दिन तापमान सबसे कम था और वोटिंग सबसे ज्यादा 61.11 प्रतिशत रही। दूसरे चरण के मतदान के दिन तापमान बढ़कर 41 डिग्री हुआ तो वोटिंग घटकर 55.19 प्रतिशत रह गई।
तीसरे चरण में तापमान बढ़कर 42 डिग्री हुआ, लेकिन वोटिंग दूसरे चरण के मुकाबले 2.36 फीसदी ज्यादा रही। चौथे और पांचवें चरण के मतदान के दिन तापमान दूसरे और तीसरे चरण के मुकाबले कम रहा तो वोटिंग भी दूसरे व तीसरे चरण से ज्यादा हुई।
छठे चरण में तापमान 43 डिग्री तक पहुंचा और लू के थपेड़ों ने मुश्किलें बढ़ा दीं तो इस चरण में मतदान भी सबसे कम हुआ। सातवें चरण के मतदान के दिन भी सूरज ने ताप दिखाया तो मतदान 56 प्रतिशत को पार नहीं कर पाया। यूपी में 80 सीटों पर वर्ष 2019 में 59.21 प्रतिशत मतदान हुआ था, जोकि वर्ष 2024 में घटकर करीब 57.10 प्रतिशत रह गया।
पहले, दूसरे, तीसरे और सातवें चरण में रहा काफी अंतर
वर्ष 2019 के मुकाबले 2024 में पहले, दूसरे, तीसरे और सातवें चरण के मत प्रतिशत में काफी अंतर रहा। 2019 के मुकाबले इस बार पहले चरण में 5.5 प्रतिशत तो दूसरे चरण में 7.48 प्रतिशत कम वोट पड़े। इसी तरह से तीसरे चरण में 2.47 प्रतिशत तो सातवें चरण में करीब 2.77 प्रतिशत कम वोट पड़े।
| रण | मत प्रतिशत | तापमान (डिग्री सेंटीग्रेड) |
| पहला चरण | 61.11 | 39 |
| दूसरा चरण | 55.19 | 41 |
| तीसरा चरण | 57.55 | 42 |
| चौथा चरण | 58.22 | 40 |
| पांचवां चरण | 58.02 | 40 |
| छठा चरण | 54.04 | 43 |
| सातवां चरण | 55.60 | 43 |
पहले, दूसरे, तीसरे और सातवें चरण में रहा काफी अंतर
वर्ष 2019 के मुकाबले 2024 में पहले, दूसरे, तीसरे और सातवें चरण के मत प्रतिशत में काफी अंतर रहा। 2019 के मुकाबले इस बार पहले चरण में 5.5 प्रतिशत तो दूसरे चरण में 7.48 प्रतिशत कम वोट पड़े। इसी तरह से तीसरे चरण में 2.47 प्रतिशत तो सातवें चरण में करीब 2.77 प्रतिशत कम वोट पड़े। बाकी चरणों में 2019 के मुकाबले 0.44 से 0.53 प्रतिशत का ही अंतर रहा।





