पंजाब में केंद्रीय बलों की 250 कंपनियों के पहरे में होगी वोटिंग

सरहदी राज्य पंजाब में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्वक ढंग से मतदान करवाने के उद्देश्य से 80 प्रतिशत पुलिस बल और केंद्रीय बलों की कम से कम 250 और कंपनियां तैनात करने का फैसला लिया है। संवेदनशील जिलों में केंद्रीय बलों की 25 कंपनियां पहले से ही तैनात हैं। यह जानकारी बुधवार को स्पेशल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस लॉ एंड ऑर्डर अर्पित शुक्ला ने दी है।

स्पेशल डीजीपी बुधवार को अमृतसर और जालंधर के दौरे पर थे। उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की तैयारियों और और इससे संबंधित सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लेने के लिए दोनों बॉर्डर रेंज के आईजीपी, डीआईजी, सीपी और एसएसपी के साथ रेंज स्तरीय बैठकें कीं। अमृतसर की बैठक में डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीआईजी) बॉर्डर रेंज राकेश कुमार और कमिश्नर ऑफ पुलिस (सीपी) अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर उपस्थित थे, जबकि जालंधर रेंज की बैठक में इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आईजीपी) एस बूपती और सीपी जालंधर स्वप्न शर्मा उपस्थित थे।

राज्य में सकारात्मक माहौल बनाने की जरूरत पर जोर देते अर्पित शुक्ला ने सभी पुलिस अधिकारियों को पेशेवर पुलिसिंग करने और किसी को भी राज्य की शांति और सद्भावना को भंग करने की इजाजत न देने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को राज्य में नशे और नाजायज शराब की आमद को रोकने के लिए राज्य में आने-जाने वाले वाहनों विशेषकर व्यापारिक वाहनों की चेकिंग तेज करने के आदेश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को यह भी हिदायत दी कि वह घृणित अपराधों, नशा तस्करी और लूटपाट में शामिल आरोपियों को पकड़ने के लिए विशेष प्रयास करें। साथ ही मतदान से संबंधित अपराधों के मामलों की जांच और मुकदमों की कार्यवाही में तेजी लाए।

अब तक 5.45 करोड़ रुपये की पकड़ी नकदी
बता दें कि पंजाब पुलिस ने आदर्श चुनाव संहिता लागू होने से लेकर अब तक 5.45 करोड़ रुपये की नकदी, 11.49 लाख लीटर शराब और 99.62 किलोग्राम नशीले पदार्थ बरामद किए हैं। स्पेशल डीजीपी ने आम पोलिंग बूथों और संवेदनशील पोलिंग बूथों पर बलों की तैनाती संबंधित नियमों के बारे में भी अधिकारियों को अवगत करवाया। उन्होंने अधिकारियों को उम्मीदवारों को सुरक्षा प्रदान करने संबंधित नियमों के बारे में भी जानकारी दी।

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