गंगा सप्तमी पर क्या करें और क्या न करें? यहां जानें

हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पर गंगा सप्तमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार गंगा सप्तमी 14 मई को है। धार्मिक मान्यता है कि इसी दिन मां गंगा धरती पर प्रकट हुई थी। यही वजह है कि इस दिन को गंगा सप्तमी के रूप में मनाया जाता है। गंगा स्नान और मां गंगा की उपासना करने से जातक को सभी तरह के दुखों से छुटकारा मिलता है और जीवन सुखमय होता है। इसके अलावा दान करने से भी कई गुना ज्यादा फल प्राप्त होता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि गंगा सप्तमी पर क्या करें और क्या नहीं?

गंगा सप्तमी पर क्या करें
गंगा सप्तमी पर गंगा स्नान करने के बाद मां गंगा की पूजा करनी चाहिए।
श्रद्धा अनुसार गरीब लोगों में भोजन, वस्त्र और धन समेत आदि चीजों का दान करना चाहिए।
गंगा में स्नान करते समय मंत्रों का जाप अवश्य करना चाहिए।
इसके अलावा रामायण और गीता का पाठ करना कल्याणकारी होता है।


गंगा सप्तमी पर क्या न करें

किसी से लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए।
बुजुर्गों और महिलाओं का अपमान नहीं करना चाहिए।
व्रत के दौरान दिन में सोने से बचना चाहिए।
तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।


गंगा सप्तमी 2024 शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि की शुरुआत 13 मई को शाम 05 बजकर 20 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 14 मई को शाम 06 बजकर 49 मिनट पर होगा। हिंदू धर्म में उदया तिथि का विशेष महत्व है। ऐसे में गंगा सप्तमी का त्योहार 14 मई को मनाया जाएगा।

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