गर्मी से बढ़े जलजनित बीमारियों के मरीज

गाजियाबाद। गर्मी के मौसम के साथ ही जलजनित बीमारियों के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है। रोजाना 15 से 20 टायफाइड और 35 से 40 मरीजों में जांच के बाद पीलिया की पुष्टि हुई है। शनिवार को एमएमजी अस्पताल में 1,547 नए मरीजों का पंजीकरण हुआ। इनमें 757 महिलाएं, 518 पुरुष और 272 बच्चे थे। इनमें 427 लोग बुखार से पीड़ित थे। अस्पताल में 1,160 पुराने मरीज भी इलाज कराने पहुंचे। वहीं, संयुक्त अस्पताल में 864 नए मरीजों का पंजीकरण हुआ था, जबकि 436 पुराने मरीज थे।

एमएमजी अस्पताल के फिजिशियन डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि गर्मी के कारण तनाव, बुखार, पसीना, खांसी, जी मिचलाना, डायरिया और उलटी जैसी समस्याएं हो रही हैं। इसका एक बड़ा कारण दूषित पानी का सेवन है। इस समय लोगों में उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, मधुमेह, अस्थमा और हाथ-पैरों की सूजन की परेशानी बढ़ रही है।
आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. वीबी जिंदल का कहना है कि शहर के अधिकांश हिस्सों में लोग दूषित पानी पी रहे हैं। इस कारण से डायरिया, लिवर संबंधित बीमारी के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इन समस्याओं से बचने के लिए शुद्ध पेयजल की जरूरत है। पानी को उबाल कर पिएं। गर्मी में खाने-पीने की चीजें दूषित होने से जल्दी संक्रमित हो जाती हैं, इसलिए बासी खाना, देर तक कटा-फटा फल नहीं खाएं। अगर बाहर खाना खाने जा रहे हैं तो कोशिश करें कि पानी बाहर का पीने से बचें।

गर्मी से बचाव के लिए यह करें उपाय
तीन से चार लीटर पानी पीएं।
व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें।
हाथों को समय-समय पर धोना और बिना जरूरत चेहरे को न छुएं।
नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ और ताजा फलों व सब्जियों का सेवन करें।
पौष्टिक आहार लेने के साथ ही सलाद का प्रयोग करें।
धूप में अधिक समय न बिताएं।
धूप से बचाव के लिए छाता, टोपी और चश्मे का इस्तेमाल करें।

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