कानपुर: इलाके पॉश…स्काडा सिस्टम फेल, लोड बढ़ते ही फॉल्ट और लाइन हो जा रही ट्रिप
कानपुर में बिजली आपूर्ति व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए तैयार किया गया स्काडा (सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा इक्वीजीशन) सिस्टम भी शहरियों को राहत नहीं दे पा रहा है। भीषण गर्मी में लोड बढ़ते ही सिस्टम धड़ाम हो जा रहा है। यह दिक्कत स्काडा सिस्टम से जुड़े सर्किल वन में है।
इस सर्किल में तिलकनगर, सिविललाइंस, स्वरूपनगर, आर्यनगर, नवाबगंज, कोहना, परेड आदि क्षेत्र आते हैं। यहां के करीब एक लाख लोग परेशान हैं। केस्को के फूलबाग, बिजलीघर, आलूमंडी, नवाबगंज और जरीबचौकी खंड सर्किल वन में आते हैं, जिनमें से फूलबाग, बिजलीघर और नवाबगंज खंड स्काडा सिस्टम से जुड़े हैं।
यहां की सप्लाई से लेकर किसी भी तरह के फॉल्ट का ऑटोमेटिक तरीके से आकलन हो जाता है। किस फीडर, ट्रांसफार्मर और लाइन में कितना लोड है? कितने करंट की आवश्यकता पड़ रही है? यह सब विकासनगर में बने स्काडा सेंटर में पता लग जाता है। अन्य खंडों की तरह स्काडा के फीडरों में भी रिंग मेन यूनिट (आरएमयू) लगाए गए हैं।
आरएमयू की सेटिंग भी उसी के हिसाब से की गई है
इन आरएमयू की सेटिंग में गड़बड़ी की वजह से ही लोड बढ़ते ही लाइन ट्रिप हो जा रही है। आरएमयू की सेटिंग मैनुअली होती है, जबकि स्काडा सिस्टम ऑटोमेटिक तरीके से काम करता है। अधिकारियों के मुताबिक भीषण गर्मी अभी से पड़ने लगी है, जबकि ऐसा मौसम मई में आता है। आरएमयू की सेटिंग भी उसी के हिसाब से की गई है। इस वजह से समस्या आ रही है।
सर्किल वन के उपभोक्ता
फूलबाग खंड- 43 हजार
बिजली घर खंड- 42 हजार
आलू मंडी खंड- 28 हजार
नवाबगंज खंड- 34 हजार
जरीब चौकी- 26 हजार
नौबस्ता, हैरिसगंज, हंसपुरम में लो वोल्टेज की समस्या, एक लाख लोग प्रभावित
नौबस्ता, हैरिसगंज और हंसपुरम खंड के कुछ हिस्सों में लो वोल्टेज की समस्या है। इसकी वजह से घरों में कूलर, एसी और अन्य उपकरण नहीं चल पा रहे हैं। यह समस्या किसी न किसी फेज में आती है। इन तीनों खंड से करीब एक लाख उपभोक्ता जुड़े हैं। केस्को के अधिकारियों ने समस्या की जांच करने और उसे जल्द से जल्द ठीक कराने के निर्देश दिए हैं। लो वोल्टेज के चलते उपभोक्ताओं की ओर से कई शिकायतें केस्को के कंट्रोल रूम और एक्स के ट्विट की हैं। इसके लिए ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाई जा रही है।
शहर में मरम्मत का काम लगभग 90 फीसदी हो गया है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार बेहतर सप्लाई दी जा रही है। कुछ जगहों पर समस्याएं आ रही हैं, उन्हें दूर कराया जा रहा है। केवल आरडीएसएस स्कीम के अंतर्गत कार्य हो रहे हैं। आरएमयू की सेटिंग भी सही कराई जाएगी। -सैमुअल पॉल एन, केस्को एमडी