5 हजार के अंदर ढूंढ़ रहे हैं घूमने के लिए कोई अच्छी जगह, तो हिमाचल का मंडी शहर है बेस्ट ऑप्शन
घूमने के शौकीनों को तो बस बहाना चाहिए होता है। दो दिन की छुट्टियों में भी उनका प्लान सेट रहता है और लॉन्ग वीकेंड मिल जाए, तो बात ही क्या, लेकिन घूमने-फिरने का शौक पूरा करने के लिए जेब में पैसे होने भी जरूरी हैं। कई बार तो प्लान सिर्फ पैसों के चलते कैंसल करना पड़ जाता है, तो आज हम आपको ऐसी एक जगह के बारे में बताने वाले हैं, जिसे आप मात्र 5000 हजार में कवर कर सकते हैं।
ये है हिमाचल प्रदेश का मंडी शहर। जो एक बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है। इस शहर को घूमने के लिए दो से तीन दिन का वक्त काफी है। यहां पर्यटन स्थलों की भी कमी नहीं। अगर आप नेचर लवर हैं, तो आपको ये जगह जरूर पसंद आएगी। गर्मियां मंडी शहर को घूमने के लिए हैं परफेक्ट, तो यहां आकर इन जगहों की सैर बिल्कुल न करें मिस।
मंडी शहर में घूमने वाली जगहें
रिवालसर झील
हिमाचल प्रदेश के मंडी से लगभग 23 किलोमीटर की दूरी तय करके आप पहुंच सकते हैं रिवालसर झील, जिसकी खूबसूरती का अंदाजा आपको यहां आकर ही लगेगा। ये झील हिंदू, बौद्ध और सिखों के तीर्थ स्थल के रूप में भी जाना जाता है। एक समय पर यह झील तैरने वाले टापुओं के लिए भी मशहूर हुआ करती थी, लेकिन जलवायु परिवर्तन और निर्माण कार्यों की वजह से अब ये दिखाई नहीं देते। झील के पास ही एक चिड़ियाघर भी है, ये भी देखने लायक जगह है।
कमरूनाग झील
मंडी में एक और जो झील देखने लायक है वो है कमरूनाग झील। बर्फ से ढके धौलाधार के पहाड़ों से घिरी हुई यह झील यहां का खास आकर्षण है, जहां आकर आप क्वॉलिटी टाइम बिता सकते हैं। नेचर लवर्स को तो ये जगह जरूर एक्सप्लोर करनी चाहिए।
कमलाह फोर्ट
मंडी आकर कमलाह फोर्ट देखना मिस न करें। पहाड़ों के बीच मौजूद कमलाह फोर्ट का नजारा अद्भुत है। इस किले को राजा सूरज ने साल 1625 के आसपास बनवाया था। लोगों का मानना है कि यह किला एक समय में मंडी की शान हुआ करता था।
त्रिलोकी नाथ मंंदिर
त्रिलोकी नाथ मंदिर मंडी का बहुत ही पुराना और ऐसा मंदिर है, जहां दर्शन करने से मनचाही इच्छा पूरी हो जाती है। भगवान शिव की मूर्ति इस मंदिर में पंचांनन है। जो शिव के 5 रूपों को दर्शाती है। शिवरात्रि के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। मंदिर के चारों ओर फैली हरियाली इसे और ज्यादा खूबसूरत बनाती है। यहां दर्शन के लिए किसी तरह की कोई फीस नहीं है।