लुधियाना के उद्योगपति नीरज सलूजा पर ईडी की बड़ी कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लुधियाना के नामी उद्योगपति नीरज सलूजा पर बड़ी कार्रवाई की। ईडी जालंधर ने वीरवार को बैंक धोखाधड़ी मामले में लुधियाना स्थित कंपनी मेसर्स एसईएल टेक्सटाइल्स लिमिटेड के स्वामित्व वाले 81.03 करोड़ रुपये के शेयर्स के रूप में चल संपत्ति को जब्त किया।
ईडी के अधिकारियों ने बताया कि इनमें 36,92,930 शेयर्स मेसर्स रिदम टेक्सटाइल्स और अपैरल पार्क लिमिटेड और 40,41,000 इक्विटी शेयर्स मेसर्स सिल्वरलाइन कॉरपोरेशन लिमिटेड के नाम पर थे। ये दोनों कंपनियां आरोपी उद्योगपति नीरज सलूजा की ओर से ही संचालित की जाती हैं। बैंक धोखाधड़ी मामले में नीरज सलूजा अन्य आरोपियों के साथ शामिल है, सलूजा को 18 जनवरी, 2024 को गिरफ्तार किया गया था। वह अभी न्यायिक हिरासत में है।
ईडी ने इस मामले में सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर पर जांच करते हुए यह कार्रवाई की है। कंपनी मेसर्स एसईएल टेक्सटाइल्स लिमिटेड के डायरेक्टर्स और शेयर्स होल्डर पर बैंक धोखाधड़ी मामले में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की ओर से दी शिकायत पर केस दर्ज किया गया था। करीब 1,530.39 करोड़ रुपये के बैंक लोन की हेराफेरी की गई थी। आरोपी नीरज सलूजा पर दो साल पहले बैंकों के साथ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद इस मामले की जांच ईडी ने शुरू कर दी थी।
सलूजा पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल के खास रहे हैं। ईडी ने फरवरी 2023 में 828 करोड़ की संपत्ति अटैच की थी। इसमें लुधियाना, श्री मुक्तसर साहिब, शहीद भगत सिंह नगर (नवांशहर), अलवर और हिसार में भूमि, भवन और मशीनरी शामिल थी। ईडी की अब तक की जांच में पता चला है कि मेसर्स एसईएल टेक्सटाइल्स लिमिटेड ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले बैंकों के ग्रुप से ली गई ऋण राशि का दुरुपयोग किया था। मामले में 14 अगस्त, 2020 को भी सीबीआई ने कंपनियों के डायरेक्टर्स के घरों और दफ्तरों में रेड की थी। कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए थे। आरोपियों के लुकआउट सर्कुलर भी जारी किए गए थे। जांच के दौरान सीबीआई ने कई लोगों से पूछताछ की थी।
बैंक से लिए ऋण का ऐसे किया दुरुपयोग
सलूजा और कंपनी के अन्य डायरेक्टर्स ने एसईएल के नाम पर जो बैंक लोन लिए थे, उन्हें अलग-अलग जगह फंडिंग किया गया था। इसके बाद में ‘एडजस्टमेंट इंट्रीज’ दर्ज की गईं। आरोपियों ने कागजों में गैर-प्रतिष्ठित सप्लायर्स से मशीनरी की खरीद दिखाई और अधिक रकम के इंवाइस और बिल दिखाए। पैसों को गैर कानूनी तरीके से अलग-अलग कंपनी में लगाया गया। मेसर्स एसईएल टेक्सटाइल्स के पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कई जगह प्लांट हैं, जैसे मलोट, नवांशहर, नीमराना (राजस्थान) और हांसी (हिसार) में यूनिट हैं।