जेजेपी की सीटों की मांग हम पूरी नहीं कर पाए: अमित शाह

दिल्लीः हरियाणा में भाजपा और जजपा का गठबंधन टूटने की वजह से बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला। करीब साढ़े चार पुराना गठबंधन टूटने की वजह से मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर से अलग राह चुनते हुए नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बना दिया। जिसके चलते जेजेपी सत्ता से विपक्ष में आ गई।

भाजपा-जजपा का साढ़े चार साल पुराना गठबंधन अचानक से क्यों टूट गया? इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में तमाम तरह की चर्चाएं चल रहीं है। अब इस पर गृहमंत्री अमित शाह ने एक निजी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में गठबंधन टूटने के कारणों का खुलासा किया है। जेजेपी से अलग होने के सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा कि “जेजेपी की कुछ मांगें थीं, जिन्हें हम पूरा नहीं कर सके. कुछ मतभेद थे इसलिए हम सौहार्दपूर्वक अलग हो गए”। उन्होंने कहा कि हमारा कोई झगड़ा नहीं है। गठबंधन अच्छे माहौल में टूटा है। 

वहीं दूसरी तरफ दुष्यंत चौटाला ने बीते दिनों गठबंधन टूटने को लेकर कहा था कि हमें अंत तक विश्वास में रखा गया। हमारी सीटों को लेकर सहमति नहीं बन पाई। इसके अलाव पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा था कि हम बिना सीटों के समझौता करने को तैयार थे, हमने मांग रखी की हरियाणा में सरकार बुढ़ापा पेंशन बढ़ाकर 5100 रुपये कर दे, लेकिन वह नहीं माने और गठबंधन तोड़ दिया। 

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