कानपुर: सोशल मीडिया पर फैलाया ठगी का जाल, शेयर ट्रेडिंग के नाम पर बना रहे कंगाल
शेयर बाजार में निवेश करके कम समय में मोटा मुनाफा कमाने का लालच साइबर ठगों के लिए ठगी का बड़ा जरिया बना हुआ है। साइबर ठगों ने सोशल मीडिया पर अपना जाल बिछा रखा है। लोगों को शेयर बाजार का हाल बताकर उन्हें खुद के बताए गए एप के माध्यम से निवेश करने का झांसा दे उनकी रकम पार कर रहे हैं। छोटे-छोटे निवेश पर मुनाफा देते हैं, बड़ी रकम लगाते ही एप बंद कर रुपये उड़ा लेते हैं। साइबर ठगों ने पिछले सात दिन में आठ लोगों को अपना शिकार बनाकर करोड़ों रुपये ठग लिए।सभी मामले साइबर सेल में दर्ज हैं।
एक ही तरीके से बनाया शिकार
ठगी के सभी मामलों में साइबर ठगों ने एक ही तरीका अपनाया। सभी से फेसबुक या इंस्टाग्राम के जरिये संपर्क किया गया। उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया। इस ग्रुप का नाम गोल्डमैन सैक्स स्टॉक पुल अप था। कुछ दिन ग्रुप पर ट्रेडिंग से संबंधित बातचीत की गई। फिर एडमिन के कहे अनुसार लिंक शेयर करके धानिन 1 ए नाम का एप डाउनलोड कराया गया। इसी एप के जरिये ट्रेडिंग कराई गई। जब लोगों ने मोटी रकम निवेश कर दी तो एप के वॉलेट में रकम दो से चार गुना दिखने लगी, लेकिन उसे निकाल नहीं सके।
फ्रीज खाते में 3.50 करोड़, जगी उम्मीद
एडीसीपी क्राइम मनीष सोनकर ने बताया कि साइबर ठगों के खातों को फ्रीज कराया, तो खाते में करीब 3.50 करोड़ जमा मिला। ठगी के शिकार लोगों को उनकी पूरी रकम जल्द ही कोर्ट के आदेश पर बैंक से वापस करा दी जाएगी। समय रहते शिकायत करने पर पीड़ितों को अपनी रकम वापस मिलने की उम्मीद जगी है।
केस : एक
नवाबगंज निवासी पीयूष मोहन से 31 लाख रुपये की ठगी हुई। पीयूष को फेसबुक के जरिये शेयर में निवेश से अच्छा मुनाफा मिलने का झांसा दिया गया। टेलीग्राम ग्रुप से जोड़कर फर्जी शेयर ट्रेडिंग एप डाउनलोड कराया गया। लालच में उन्होंने 31.80 लाख रुपये का निवेश किया। कुछ दिन में 80 लाख एप पर दिखाने तो लगा, लेकिन रकम निकाल नहीं पाए।
केस: दो
कृष्णानगर निवासी महिला से 23 लाख रुपये की ठगी की गई। महिला को ठगों ने झांसे में लेकर फर्जी शेयर ट्रेडिंग एप डाउनलोड कराया। उसमें रुपये निवेश कराकर पूरी रकम हड़प ली। महिला सोशल मीडिया के जरिये शातिर ठगों के संपर्क में आई और अपने नजदीकियों से उधार लेकर रुपये निवेश किए थे।
केस: तीन
नजीराबाद में जेके मंदिर के पास रहने वाले कारोबारी पंकज मिश्रा भी सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर ट्रेडिंग कराने वाले साइबर ठगों के झांसे में आए। उन्हें भी ट्रेलीग्राम ग्रुप से जोड़ा गया। एप डाउनलोड कराकर 51 लाख रुपये निवेश कराया गया। रकम बढ़ती दिखी, लेकिन निकाल नहीं सके। साइबर सेल में अपनी शिकायत दर्ज कराई है।