वोटों की जुगाड़, बढ़ाई विकास की रफ्तार: नौ माह में 70 करोड़ के कार्य
कानपुर में लोकसभा चुनाव नजदीक हैं। ऐसे में वोटों के जुगाड़ में विकास की रफ्तार भी बढ़ा दी गई है। नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, जलकल विभाग और केडीए ने चालू वित्तीय वर्ष के शुरुआती नौ महीने में 70 करोड़ के विकास कार्य कराए हैं। इधर, पिछले डेढ़ माह में 108 करोड़ रुपये के विकास कार्यों के टेंडर कराए गए हैं। इनमें सबसे अधिक करीब 60 करोड़ रुपये सड़कों पर खर्च किए जाएंगे।
इसके अलावा पार्क और ग्रीनबेल्ट भी विकसित किए जाएंगे। हालांकि पीडब्ल्यूडी की करीब 251.62 करोड़ की सड़कें और नगर निगम की करीब 50 करोड़ की लागत से बनने वाली सड़कें फंस सकती हैं। क्योंकि इनके अभी टेंडर नहीं कराए गए हैं और अगले सप्ताह से आचार संहिता लागू हो सकती है। हालांकि संबंधित अधिकारियों का दावा है कि आचार संहिता लागू होने से पहले कार्यादेश जारी कर काम शुरू करा दिए जाएंगे।
108 करोड़ में सबसे ज्यादा 60 करोड़ रुपये सड़कों पर खर्च होंगे
पिछले डेढ़ माह में जो 108 करोड़ रुपये के टेंडर कराए गए हैं, उनमें सबसे अधिक 60 करोड़ रुपये सड़कों पर खर्च होंगे। इनमें औद्योगिक क्षेत्र फजलगंज, पनकी, दादानगर की सड़कों के अलावा वार्ड स्तर पर भी सड़कें बनाई जाएंगी। इसके अलावा नालों का निर्माण, पार्कों का सुंदरीकरण, ग्रीनबेल्ट विकसित कराने जैसे कई काम होंगे।
ये काम चढ़ सकते हैं आचार संहिता की भेंट
18 करोड़ से ग्रीनबेल्ट, पार्कों का सुंदरीकरण
नगर निगम उद्यान विभाग की तरफ से 18 करोड़ रुपये से विभिन्न जोनों में पार्कों के सुंदरीकरण और ग्रीनबेल्टों को विकसित करने के लिए टेंडर जारी किए थे, पर ज्यादातर कार्यों के लिए एक या दो टेंडर ही आए। इन कार्यों के लिए 11 मार्च को दोबारा टेंडर आमंत्रित किए गए हैं।
पानी, सीवर समस्या से नहीं मिलेगी निजात
जलकल विभाग ने पानी किल्लत दूर करने और सीवर समस्या से शहरवासियों को निजात दिलाने के उद्देश्य से एक महीने में दो चरणों में 20.10 करोड़ के टेंडर जारी किए। पहले चरण में जारी हुए आठ करोड़ के टेंडरों के बाद कार्यादेश जारी कर दिए, जबकि दूसरे चरण में शेष धनराशि से हुए टेंडरों में से करीब दो करोड़ के टेंडर ही नहीं आए या तीन से कम आए। इसलिए पुन: टेंडर की प्रक्रिया शुरू की गई है। आचार संहिता लागू होने से पहले टेंडर प्रक्रिया पूरी हो पाएगी, इस पर संशय है। हालांकि जलकल विभाग के महाप्रबंधक आनंद कुमार त्रिपाठी ने बताया कि कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा काम शुरू करा दिए जाएं।
सड़कों का चौड़ीकरण भी फंस सकता है
पीडब्ल्यूडी ने 112 करोड़ से गंगा बैराज मार्ग का चौड़ीकरण शुरू कराया है, लेकिन 15.42 करोड़ से होने वाले चंदनपुर-भीतरगांव-धरमंगतपुर मार्ग के चौड़ीकरण, 56.24 करोड़ से होने वाले पकड़ी-शिवली मार्ग का चौड़ीकरण, रूमा में प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग से औद्योगिक क्षेत्र तक मार्ग चौड़ीकरण सहित 80 करोड़ से ज्यादा के चौड़ीकरण के काम टेंडर प्रक्रिया पूरी न होने से फंस सकते हैं। पीडब्ल्यूडी कानपुर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता संजीव भारद्वाज ने टेंडर प्रक्रिया जल्द पूरी कर काम शुरू कराने का दावा किया है।
बिठूर, बॉटनिकल गार्डन के टेंडर
केडीए ने बिठूर के सुंदरीकरण सहित विकास कार्यों की डीपीआर बनाने के लिए 15 मार्च को टेंडर आमंत्रित किए हैं। शताब्दीनगर सहित विभिन्न योजनाओं में विकास कार्य के टेंडर भी जारी किए हैं, जो अटकने के आसार हैं। उधर, केडीए के मुख्य अभियंता ने बताया कि यदि 15 को आचार संहिता नहीं लगी तो टेंडर कराकर कार्यादेश जारी करने की कोशिश की जा रही है।
पीडब्लयूडी की 251.62 करोड़ की सड़कें भी फंस सकती हैं
चंदनपुर-भीतरगांव-धरमपुर बंबा मार्ग चौड़ीकरण: 36.37 करोड़ रुपये
रूमा में राजमार्ग से औद्योगिक क्षेत्र तक जमीन अर्जन, सड़क चौड़ीकरण: 112.00 करोड़
कल्याणपुर – शिवली मार्ग चौड़ीकरण: 24.00 करोड़
किसाननगर पटरी मार्ग से कैंधा मार्ग तक चौड़ीकरण: 23.01 करोड़
पकड़ी-शिवली मार्ग चौड़ीकरण: 56.24 करोड़
मुख्य अभियंताओं समेत अन्य सभी अभियंताओं को जल्द से जल्द टेंडर प्रक्रिया पूरी कराने को कहा गया है। प्रयास है कि आचार संहिता लागू होने से पहले कार्यादेश जारी कर दिए जाएं, ताकि काम शुरू हो जाएं। -शिवशरणप्जा जीएन, नगर आयुक्त