सांसद अमोल कोल्हे के लिए नहीं है राजनीति: उपमुख्यमंत्री अजित पवार
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सोमवार को अभिनेता और राकांपा (शरद पवार गुट) के सांसद अमोल कोल्हे पर जमकर हमला बोला उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि राजनीतिक उनकी विशेषता नहीं है। उन्होंने पुणे जिले के कोल्हे के निर्वाचन क्षेत्र शिरूर में किसानों की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीति यहां के सांसद अमोल कोल्हे के लिए नहीं है क्योंकि उन्होंने अपने कार्यकाल के दो साल बाद ही इस्तीफा देने की पेशकश कर दी थी।
दो साल के अंदर की थी इस्तीफे की पेशकश
उन्होंने कहा कि मैं उनको अन्य दूसरे पार्टी से राकांपा में लाया था और टिकट भी दिया था। यहां तक कि मैंने राकांपा नेता दिलीप वाल्से पाटिल के साथ मिलकर 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी जीत सुनिश्चित करने की पूरी जिम्मेदारी संभाली थी। उन्होंने आगे का कि जब मैंने कोल्हे को दूसरे पार्टी से लाया था तो उन्हें आशाजनक पाया। हालांकि, उन्होंने दो साल के अंदर ही अपनी इस्तीफा की पेशकश कर दी। उन्होंने इसके पीछे यह तर्क दिया कि उनका अभिनय करियर प्रभावित हो रहा है।
पिछले चार साल से हैं गायबः अजित पवार
उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों कोल्हे अपने निर्वाचन क्षेत्र में दिखाई तक नहीं दिए और लोगों ने निर्वाचन क्षेत्र में कोल्हे की दृश्यता पर सवाल भी उठाया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आगर राजनीतिक दलों को कोई विशेष विरोधी उम्मीदवार अपराजेय लगता है, तो वे अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए मशहूर हस्तियों को उनके सामने मैदान में उतारते हैं।
मशहूर हस्तियों को लेकर उपमुख्यमंत्री ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि अभिनेत्री हेमा मालिनी चुनाव लड़ती हैं और जीतती हैं। अभिनेता सनी देओल और गोविंदा को भी कुछ जगहों पर मैदान में उतारा गया था। राजेश खन्ना, शत्रुघ्न सिन्हा और अमिताभ बच्चन भी चुनाव लड़ चुके हैं। मशहूर हस्तियों का राजनीति से क्या संबंध है? उन्होंने कहा कि मुद्दा यह है कि क्या मशहूर हस्तियां अपने क्षेत्रों में विकास कार्य करने को उत्सुक हैं। लोग मशहूर हस्तियों को आशाजनक पाते हैं और उन्हें वोट देते हैं। हम राजनेता भी उनकी क्षमताओं को जाने बिना उन्हें शामिल करने के लिए दोषी हैं।
मालूम हो कि भाजपा ने हेमा मालिनी को उत्तर प्रदेश के मथुरा से मैदान में उतारा है, जबकि सनी देओल पंजाब के गुरदासपुर से पार्टी के सांसद हैं।