ग्रह पर नहीं, ऐसी जगह पर मिला बहुत सारा पानी, साइंटिस्ट्स को नहीं हुआ विश्वास!

पृथ्वी पर जीवन के लिए सबसे जरूरी तत्वों में से एक पानी को माना जाता है. जब दूसरे ग्रहों पर जीवन की खोज करते हैं, तो उनकी एक मकसद ऐसा ग्रह खोजना भी होता है जिनमें पानी हो या पानी हो पाने की गुंजाइश हो. पर वैज्ञानिकों ने एक अनोखी खोज में पानी किसी ग्रह पर नहीं खोजा है लेकिन उन्होंने यह दावा तक कर डाला है कि वहां पानी वाले ग्रह तक पनप सकते हैं. इस तरह की खोज ने शोधकर्ताओं को भी हैरत में डाल रखा है.

पानी को ऐसा घोलक माना जाता है जिसमें पृथ्वी पर जीवन का विकास हुआ था. यही कारण है कि पृथ्वी से बाहर जीवन की खोज में पानी की इतनी अहमियत दी जाती है. लेकिन वैज्ञानिकों ने इस नई खोज में पानी किसी ग्रह पर नहीं बल्कि एक युवा तारे के पास की एक डिस्क में खोजा है. और पानी की मात्रा भी कम नहीं बल्कि पूरी पृथ्वी पर मौजूद महासागरों के पानी से तीन गुना अधिक है.

वैज्ञानिकों का कहना है कि इतने पानी से ऐसे ग्रह तक बन सकते हैं जिनमें सिर्फ पानी ही पानी होगा. यह खोज वैज्ञानिकों ने एटाकामा लार्ज मिलीमीटर/सबमिलीमीटर (आल्मा) चिली के टेलीकस्कोप का उपयोग कर की है. वैज्ञानिकों ने इस तारे की तस्वीर हासिल करने का साथ ही इसकी डिस्कमें मौजूद पानी का नक्शा तक तैयार किया है.

मिलान विश्वविद्यालय के खगोलविद स्टेफेनो फाचिनी ने यूरेकाअलर्ट को बताया कि उन्होंने कभी भी सोचा नहीं था कि ऐसी तस्वीर भी खींची जाएगी जिसमें एक ग्रह बनने वाला इलाका ही पानी से भरा होगा. यह अध्ययन नेचर एस्ट्रोनॉमी में प्रकाशित हुआ है. यह तारा पृथ्वी से 450 प्रकाशवर्ष की दूरी पर है.

टॉरस तारमंडल में स्थित यह तारा एचएल टॉरी है जिसके चारों ओर पानी घूम रहा है. इनकी तस्वीरों से साफ पता चल रहा है कि यहां पानी वाष्प के रूप में ऐसी दूरी पर स्थित है जहां पर ग्रह बन सकते हैं और हो सकता है कि इस समय ग्रह बनने की प्रक्रिया चल भी रही हो. उनका यह तक कहना है कि हैरानी की बात नहीं होनी चाहिए कि एक समय पूरा का पूरा ग्रह ही पानी भरा हो, बन जाए.

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