कानपुर: ठगी की रकम से ठग ने खरीदा फर्नीचर और जेवर
कानपुर में श्रम विभाग के पोर्टल में सेंध लगा सवा करोड़ की साइबर ठगी के मामले में क्राइम ब्रांच ने मुख्य आरोपी के जेल में बयान दर्ज किए। आरोपी ने बताया कि ठगी के पैसे से दो लाख रुपए का फर्नीचर खरीदा गया था, जो रायपुर छत्तीसगढ़ में रखा है। वहीं, कुछ ज्वैलरी के बारे में भी जानकारी दी, जिसकी कीमत पांच लाख से ज्यादा है।
बयानों के आधार पर ही साइबर पुलिस सोमवार को कोर्ट में पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए अर्जी देगी। उत्तर प्रदेश भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की ओर से निर्माण श्रमिकों के लिए चलाई जा रही कन्या विवाह सहायता योजना में सवा करोड़ का फर्जीवाड़ा हुआ था।
शातिरों ने 29 जनवरी को 201 अपात्रों को दो बार में धनराशि भेज दी थी। श्रम विभाग के पोर्टल से हुई ठगी के मामले में साइबर थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच ने मास्टरमाइंड उदित मिश्रा, उसके भाई अंकित मिश्रा, प्रेमिका नैंसी ठाकुर, मोहम्मद यासीन, ललित कश्यप और शिक्षा विभाग के एकाउंटेंट विनय दीक्षित को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
कस्टडी रिमांड के लिए कोर्ट में किया जाएगा आवेदन
साइबर थाना प्रभारी हरमीत सिंह ने बताया कि जेल में मुख्य आरोपी के बयान दर्ज किए गए हैं। उसने दो लाख का फर्नीचर, पांच लाख से ज्यादा के गहने, कुछ पेन ड्राइव और दो लैपटॉप के बारे में बताया है। साइबर थाना प्रभारी के मुताबिक, आरोपी के जरिए यह सारी वस्तुएं बरामद कराने के लिए उसकी पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए कोर्ट में सोमवार को आवेदन किया जाएगा।