IAS अनुराग तिवारी के कपड़ों से मिला ऐसा सबूत, जिसे देख हत्या का शक गहराया
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चिकित्सकों ने उनके अंदाजों की धज्जियां यह कहकर उड़ा दीं कि शव औंधे मुंह पड़ा था और नाक व मुंह से खून निकलकर सड़क पर गिर चुका था। अगर वह पीठ के बल पड़े होते तो एक बार सोचा जा सकता था कि सांस नली में खून भरने से उनका दम घुट गया होगा। फोरेंसिक लैब के एक्सपर्ट्स को आईएएस के लोअर में मिला करीब दस सेंटीमीटर का एक पैच परेशान कर रहा था। शुरुआती जांच में स्पष्ट हुआ कि पैच दरअसल यूरीन का है। यानी मौत के दौरान उनका यूरीन छूट गया था।
सूत्रों का कहना है कि धुएं के कारण दम घुटने, गले व सांस की नली में कुछ फंसने अथवा अन्य वजहों से दम घुटने पर ऐसा नहीं होता। पुलिस अधिकारी इस बिंदु पर चिकित्सकों और विशेषज्ञों से मश्विरा कर रहे हैं।
आईएएस अफसर जब सड़क पर पड़े थे तो उनके बाएं पैर की चप्पल उतरी हुई थी। यह चप्पल घुटने के पास पड़ी थी। दाएं पैर की चप्पल उनके पैर में ही थी। वह बीच सड़क पर तिरछा पड़े हुए थे। यह परिस्थितियां उन्हें किसी वाहन से सड़क पर फेंकने की तरफ इशारा कर रही हैं।पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आई चोटें भी कुछ ऐसी हैं जिससे उन्हें किसी वाहन में मारने की आशंका लग रही है। उनके बाएं हाथ की कलाई पर चोट, दाएं पैर के घुटने पर चोट, बाएं गाल पर खरोंचे और निचले होंठ के भीतर लगी चोट से ऐसा लग रहा है कि किसी ने पीछे से उनकी बाईं कलाई पकड़ी और मुंह दबा दिया। बचने की कोशिश में उनके निचले होंठ का भीतरी हिस्सा कट गया।
पुलिस और फोरेंसिक एक्सपर्ट्स का मानना था कि गिरने से निचला होंठ दातों के बीच दबकर कट गया जबकि पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों का मत है कि अगर गिरने से होंठ भीतर से कट सकता है तो बाहर भी चोटें आनी चाहिए थीं।
अनुराग तिवारी की हत्या की एफआईआर दर्ज होने के बाद हजरतगंज पुलिस कड़ियां जोड़ने में जुट गई है। आईएएस के बंगलुरू में फूड एंड सिविल सप्लाई डिपार्टमेंट में घोटाले की शिकायत, मसूरी स्थित प्रशासनिक अकादमी में ट्रेनिंग, ट्रेनिंग के बाद नौ मई को लखनऊ में दो दिन ठहरने और फिर बहराइच में अपने घर जाने तथा रविवार 14 मई को फिर लखनऊ आकर एलडीए वीसी पीएन सिंह के साथ स्टेट गेस्टहाउस में उनके कमरे में ठहरने, मंगलवार रात आर्यन रेस्टोरेंट में डिनर के बाद गेस्टहाउस आने और बुधवार सुबह करीब छह बजे सड़क पर शव मिलने से लेकर हर छोटी से छोटी कड़ी को खंगाला जा रहा है। परिवारीजनों के आरोपों की अलग से पड़ताल की तैयारी हो रही है। इंस्पेक्टर आनंद कुमार शाही का कहना है कि परिवारीजनों से जल्द संपर्क किया जाएगा।